आईटी मंत्री से बदसलूकी पर सांसद शांतनु सेन निलंबित, लोकसभा की कार्यवाही सोमवार तक स्‍थगित

Monsoon session of Parliament sachkahoon
Monsoon Session: संसद के मानसून सत्र से पहले सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

नई दिल्ली (एजेंसी)। संसद की दोनों सदनों में शुक्रवार को पत्रकारों और वरिष्ठ नेताओं की कथित जासूसी के मामले को लेकर विपक्ष ने भारी हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही तीन स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यसभा में भोजन अवकाश के बाद पीठासीन अधिकारी भुवनेश्वर कलिता ने सदन की कार्रवाई चलाने का प्रयास किया तो सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे खड़े हो गए और उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पत्रकारों और राजनेताओं की जासूसी की जा रही है। कलिता ने उन्हें रोकते हुए कहा कि इस मुद्दे पर मंत्री का बयान हो चुका है और इस पर चर्चा नहीं हो सकती। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी इस पर एतराज जताया और कहा कि इस मामले का निपटारा हो चुका है। इसके बाद विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करने लगे और शोर-शराबा करते हुए अपनी सीटों पर खड़े हो गए। कलिता ने सदस्यों से शांत होने और सदन चलने देने की अपील की इसका असर नहीं होते देख उन्होंने सदन की कार्यवाही दो बजकर 32 मिनट पर सोमवार तक स्थगित करने की घोषणा कर दी। वहीं तृणमूल कांग्रेस के सदस्य शांतनु सेन को शुक्रवार को राज्यसभा के चल रहे सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कार्यवाही शुरू होने और आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखे जाने के बाद सेन के निलम्बित करने का प्रस्ताव रखा जिसे सभापति एम वेंकैया नायडू ने स्वीकार कर लिया।

हालांकि इसके बाद भी सेन सदन में अपनी सीट पर बैठे रहे। निलम्बन के विरोध में में कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्यों ने कड़ा विरोध किया जिसके बाद सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। मुरलीधरन ने कहा कि कल सेन ने सदन में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से कागज छीना और उसे फाड़कर सभापीठ की ओर उछाल दिया था।

संसद का मॉनसून सत्र अभी तक विपक्ष के हंगामे के चलते बुरी तरह प्रभावित रहा है। गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी विपक्षी सांसदों के हंगामे के चलते दोनों सदनों-राज्‍यसभा और लोकसभा की कार्यवाही स्‍थगित करनी पड़ी। लोकसभा की कार्यवाही तो सोमवार तक स्‍थगित की गई है।

जासूसी कांड की न्यायिक जांच हो: राहुल

राहुल गांधी ने कहा कि पेगासस जासूसी कांड की न्यायिक जांच होनी चाहिए। साथ ही गृह मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पेगासस को भारत में नेताओं के खिलाफ हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया गया। ये जनता की आवाज पर आक्रमण है। राहुल गांधी ने कहा कि मेरा फोन टैप किया गया। पेगासस को देश के खिलाफ इस्तेमाल किया गया।

कांग्रेस सांसद ने लोकसभा में दिया स्थगन प्रस्ताव

कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने पेगासस जासूसी के मामले पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है।

विपक्ष के सदस्यों ने संसद भवन के बाहर किया प्रदर्शन

कांग्रेस तथा विपक्ष के कई संसद सदस्यों ने शुक्रवार को संसद भवन के बाहर प्रदर्शन किया तथा सरकार विरोधी नारे लगाए। विपक्षी सांसदों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति के समक्ष एकत्रित होकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे सांसद हाथों में नारे लिखी तख्तियां और बैनर लेकर के सरकार पर जासूसी करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी कर रहे थे। विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पार्टी के लोकसभा में नेता अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खडगे, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ ही तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक तथा अन्य दलों के सांसद शामिल थे।

 

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