हिसार, संदीप सिंहमार। Weather News: दक्षिण-पश्चिम मॉनसून कृषि प्रधान देश भारत के लिए रीड की हड्डी मानी जाती है लेकिन इस बार प्रशांत महासागर में एलनीनो सक्रिय होने की वजह से उत्तर भारत में 3 अगस्त से मॉनसून ब्रेक लगा हुआ है। इस दौरान जहां अधिकतम तापमान में सामान्य से अधिक बढ़ोतरी रही। वहीं बारिश न होने की वजह से बारिश पर आधारित फसलों विशेषकर धान की फसल को बहुत नुकसान हुआ। भारत मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वैसे तो हरियाणा प्रदेश में अब तक सामान्य से एक फीसदी ही कम बारिश हुई है।
लेकिन हरियाणा में 12 जिले ऐसे भी हैं,जो सुख की चपेट में है। इन 12 जिलों में किसानों की चिंता बढ़ती नजर आ रही है। जिस तरफ सरकार का भी ध्यान नहीं है। महज गिरदावरी करने से किसानों को लाभ मिलने वाला नहीं है। जिन जिलों में सूखा पड़ा हुआ है,उनमें या तो तुरंत सिंचाई के लिए उचित पानी की व्यवस्था की जरूरत है या फिर कुदरत पर आधारित बारिश की। लेकिन बारिश का संयोग फिलहाल मौसम के पक्ष में नहीं है।
अब मौसम वैज्ञानिकों को 15 सितंबर के बाद छिटपुट बूंदाबांदी की आस है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभाग ने 14 सितंबर से ही मौसम परिवर्तनशील होने की आशंका जताई है। लेकिन हल्की बारिश की संभावना 15 सितंबर के बाद ही है। यदि इस दौरान अच्छी बारिश हो जाती है तो किसानों को पहले की फसलों के नुकसान की भरपाई तो नहीं मिल पाएगी। पर आगामी बिजाई के लिए यह बारिश अनुकूल मानी जाएगी।
सरसो की बिजाई के लिए बारिश का इंतजार | Weather News
सितंबर के अंतिम सप्ताह में शुरू होने वाली सरसों की बिजाई जरूर हो सकती है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार सरसो/राई/तारामीरा की बिजाई का सबसे उपयुक्त समय 25 सितंबर से लेकर पूरे अक्टूबर माह तक माना जाता है। हालांकि सरसों की बिजाई का सबसे उचित समय 25 सितंबर से लेकर 10 अक्टूबर तक ही है। लेकिन उसके बाद कम पानी वाले क्षेत्र में तारामीरा की बिजाई की जा सकती है। तारामीरा व सरसों की बिजाई करने वालों में राजस्थान स्टेट देश भर में सबसे अव्वल है।
हरियाणा में अब तक 387.5 एमएम हुई बारिश | Weather News
हरियाणा राज्य सहित पंजाब राजस्थान व दिल्ली एनसीआर में मानसून ब्रेक 3 अगस्त से लगा हुआ है। मानसून की शुरुआत से लेकर अब तक हरियाणा में 387.5 एमएम बारिश हुई है,जो सामान्य बारिश 392.8 एमएम से कम है। हालांकि यह बारिश सामान्य से सिर्फ 1 एमएम कम दर्ज की गई है। पर फिर भी हरियाणा प्रदेश के 12 जिलों में सूखे के हालात बने हुए हैं।
रेवाड़ी व दिल्ली एमसीआर में बरसात शुरू,4 ट्रेन रद्द
हरियाणा के रेवाड़ी व दिल्ली एनसीआर में पिछले तीन दिनों से मौसम परिवर्तनशील चल रहा है। यहां मध्यम स्तर की बारिश की चलते सोमवार को उत्तर रेलवे की तरफ से हरियाणा के हिसार-दिल्ली और रेवाड़ी-हिसार के बीच चलने वाली चार ट्रेन रद्द कर दी गई है। यह चारों ट्रेन मंगलवार को भी बंद रहेगी। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशी किरण ने बताया कि बारिश के कारण रेल यातायात प्रभावित हुआ है।
School Holiday: भारी बारिश का अलर्ट: बंद रहेंगे इंटर तक स्कूल, सभी तरह की परीक्षाएं भी रद्द
दो ट्रेन हिसार-रेवाड़ी और दो ट्रेन हिसार-दिल्ली के बीच रद्द कर दी गई है। जो ट्रेन रद्द की गई है,उनमें गाड़ी संख्या 04351 दिल्ली-हिसार,गाड़ी संख्या 04368 हिसार-रेवाड़ी,गाड़ी संख्या 04367 रेवाड़ी-हिसार व गाड़ी संख्या 04352 शामिल है। गाड़ी संख्या 04352 मंगलवार को भी नहीं चलेगी। यह सभी ट्रेन अपने प्रारंभिक स्टेशन से बंद रहेगी। ट्रेन रद्द होने से इस रूट पर यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि उत्तर पश्चिम रेलवे ने अचानक ही इन ट्रेनों को रद्द किया है।
बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन से उम्मीद | Weather News
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ मदन खीचड़ ने बताया कि मानसून टर्फ की अक्षय रेखा अब भी सामान्य स्थिति पर न आने से मॉनसून की सक्रियता हरियाणा राज्य में नहीं बन पा रही है। पर टर्फ का पूर्वी छोर दक्षिण की तरफ सामान्य स्थिति में आ जाने व बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनाने से नमी वाली हवाएं आने की संभावना से हरियाणा राज्य में मौसम 15 सितंबर तक परिवर्तनशील बने रहने के आसार हैं। 14 व 15 सितंबर को उत्तरी व दक्षिणी हरियाणा के जिलों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी, परंतु पश्चिमी जिलों में आंशिक बादलवाई व एक दो स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी आ सकती हैं। इसके बाद राज्य में मानसून की सक्रियता थोड़ी बढ़ने की संभावना बन रही है।