मुम्बई में समय से पहले ही पहुंचा मॉनसून, पानी-पानी हुआ शहर

Rain

मुम्बई। मुम्बई में समय से पहले मॉनसून ने दस्तक दे दी है। मॉनसून के आने से मुम्बई में खतरे की घंटी बज गई है। बुधवार को मुम्बई में हाईटाइड की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार शहर के कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान समुंद्र में हाईटाइड के उठने का भी अनुमान है। मुम्बई में मॉनसून 10 जून को पहुंचना था लेकिन इस बार समय से एक दिन पहले मॉनसून का आगमन हुआ है।

इससे पहले मंगलवार को प्री मानसून की बारिश ने मुम्बई को पानी-पानी कर दिया। बारिश से होने वाली समस्या से निजात दिलाने के लिए एमएमआरडीए ने 24 घंटे का आपातकालीन मानसून नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। एमएमआरडीए ने मुम्बई में 24 घंटे का आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति परेशानी में मोबाइल नंबर 8657402090 और लैंडलाइन नं. 02226594176 पर कॉल करके मदद ले सकता है।

महाराष्ट्र, तेलंगाना, ओडिशा, आंध्र प्रदेश में मानसून अग्रसर

भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के अगले दो या तीन दिनों में महाराष्ट्र (मुंबई समेत) के शेष हिस्सों, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश, ओडिशा के कुछ हिस्सों और पश्चिम बंगाल के अधिकतर स्थानों पर आगे बढ़ने के आसार हैं। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक 11 जून के आसपास बंगाल की खाडी के उत्तरी भाग और आसपास के इलाकों में हवा का निम्न दवाब बन रहा है। दस जून से पूर्वी भारत और इससे सटे मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में छिटपुट से लेकर भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा ओडिशा में 10 से 12 जून के दौरान अलग-अलग स्थानाें पर भारी से अति भारी बारिश हो सकती है।

दस जून को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों, 11 और 12 जून को छत्तीसगढ़, 12 जून को विदर्भ में भी बारिश हो सकती है जबकि 11 और 12 जून को ओडिशा के अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी तट पर पछुआ हवाओं तेजी से चलने के कारण 11 जून से महाराष्ट्र और तेलंगाना सहित पश्चिमी तट पर बारिश हो सकती है और 12 जून को तेलंगाना, 11 जून को कोंकण और गोवा में बहुत भारी वर्षा होने के आसार हैं, इसके अलावा 12 जून को कोंकण, गोवा में अलग-अलग हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है। उन्होंने अनुमान जताया है कि जैसे-जैसे बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर और उससे सटे पूर्वी भारत की दक्षिण-पश्चिमी हवाएं तेज होंगी। मध्य असम और आस-पड़ोस पर एक चक्रवाती परिसंचरण और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल से दक्षिण छत्तीसगढ़ में निचले क्षोभमंडल के कारण अगले चार या पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर राज्य में व्यापक रूप से बारिश हो सकती है।

 

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