नई दिल्ली। EPFO News: केन्द्र सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए नए वित्त वर्ष की शुरूआत से पहले ही ईपीएफओ कर्मचारियों का मान बढ़ाया है। गत मंगलवार को भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने ईपीएफ पर मिलने वाली ब्याज दर को बढ़ाकर 8.15 प्रतिशत कर करके ईपीएफओ कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है। बता दें कि अब पीएफ अकाउंट में जमा होने वाली राशि पर ज्यादा ब्याज मिला करेगा। केंद्र की मोदी सरकार ने इससे पहले भी केंद्रीय कर्मचारियों के लिए 4 प्रतिशत डीए हाइक का तोहफा दिया था।
कयास लगाए जा रहे हैं कि केंद्र सरकार ने यह तोहफा चुनाव से पहले इसलिए दिया है ताकि वोटरों को लुभाया जा सके। 2024 में देश में चुनाव होने वाले हैं और मोदी सरकार ने उससे पहले ही तोहफों की झड़ी लगा दी है। मोदी सरकार ने इससे पहले डीए हाइक और अब पीएफ ब्याज में बढ़ोतरी ये दर्शाते हैं कि मोदी सरकार कितनी मेहरबान है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ईपीएफओ ने 2021-2022 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर 8.5 फीसदी से घटाकर 8.1 फीसदी कर दी थी, जोकि बीते 40 साल में सबसे निम्न ब्याज दर थी। वर्ष 1977-78 में ब्याज दर 8 फीसदी थी, इसके बाद से हमेशा ये 8.25 से ऊपर ही रही है। EPFO News
हालांकि ईपीएफओ द्वारा की गई ये बढ़ोतरी ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। ब्याज दरों में मात्र 0.05 फीसदी की वृद्धि भी देश के साढ़े 6 करोड़ पीएफ अकाउंट धारकों के लिए राहत की बात है। अगर बात करें पीएफ पर मिलने वाले ब्याज की तो कर्मचारी हर माह अपने मूल वेतन और महंगाई भत्ते का 12 प्रतिशत योगदान करता है। वहीं कंपनी या नियोक्ता भी कर्मचारी के अकाउंट में 12 प्रतिशत का ही योगदान करता है।
बता दें कि इस योगदान का 8.33 प्रतिशत हिस्सा ईपीएस में और 3.67 प्रतिशत हिस्सा ईपीएफ में जाता है। इसी ईपीएफ पर ब्याज मिलता है। एक्सपर्ट की मानें तो न्यूनतम सैलरी के आधार पर देखें तो 15000 रुपये पर पहले 8.10 प्रशित की ब्याज दर के हिसात से प्रतिवर्ष 1215 रुपये ब्याज मिलता था, अब 0.05 प्रतिशत वÞृद्धि के साथ ब्याज दर बढ़कर 8.15 प्रतिशत के हिसाब से 1222.50 रुपये बन जाती है। जैसे किसी कर्मचारी के अकाउंट में कुल जमा राशि 1 लाख है और उस पर मिलने वाले ब्याज दर 8.15 प्रतिशत के हिसाब से 8150 रुपये बनता है। पहले यह ब्याज दर 8100 रुपये बनता था। यानि अब इसमें 50 रुपये की बढ़ोतरी हो जाएगी। EPFO News