निर्माण स्थलों पर मजदूरों के लिए बनेंगे मोबाइल टॉयलेट

  • सुविधा श्रम विभाग की समीक्षा बैठक में श्रम एवं रोजगार मंत्री नायब सिंह सैनी का ऐलान
  • खुले में शौच से मुक्ति व बीमारियों से मिलेगी निजात
  • जल्द शुरू होगी विभाग की वेबसाइट

ChandiGarh, SachKahoon News: प्रदेश सरकार पंजीकृत मजदूरों को अब निर्माण स्थलों पर मोबाइल शौचालय (टॉयलेट) की सुविधा उपलब्ध करवाने जा रही है। श्रम एवं रोजगार मंत्री नायब सिंह सैनी बुधवार को यहां श्रम विभाग की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भवन एवं अन्य निर्माण स्थलों पर ऐसे शौचालयों की सुविधा उपलब्ध करवाने से मजदूरों को न केवल खुले में शौच जाने से मुक्ति मिलेगी बल्कि उन्हें इससे होने वाली बीमारियों से भी निजात मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी पंजीकृत मजदूरों को आधार कार्ड से लिंक किया जाएगा ताकि उन्हें समय पर विभाग की सभी योजनाओं का लाभ मिल सके।
श्रम एवं रोजगार मंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत पंजीकृत मजदूरों को रियायती दरों पर मात्र 10 रुपये में शुद्घ एवं पौष्टिक खाना उपलब्ध करवाया जाएगा, जबकि बाजार में इस खाने की कीमत 60 से 70 रुपये होगी। इसके लिए शेष राशि की अदायगी सरकार द्वारा वहन की जाएगी। इसके तहत मजदूर को एक समय में करीब 750 ग्राम आहार उपलब्ध करवाया जाएगा। इन भोजनालयों में खाने की गुणवत्ता और मात्रा पर पूरा ध्यान रखा जाएगा।
श्रम मंत्री ने कहा कि पंजीकृत मजदूरों की सुविधा के लिए शीघ्र ही विभाग की वेबसाईट शुरू की जाएगी, जिनमें मजदूरों एवं विभाग से संबंधित सभी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए सभी ट्रेड यूनियन को पत्र लिखा गया है ताकि मजदूरों के साथ किसी प्रकार से धोखाधड़ी एवं भेदभाव न किया जा सके। निर्माण स्थलों पर कार्य करने वाले मजदूरों को इन सभी योजनाओं के विषय में जागरूक करने के लिए सेमिनारों का आयोजन किया जाएगा।

सभी विस क्षेत्रों में बिना भेदभाव किया विकास
श्रम एवं रोजगार मंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर ‘सबका साथ, सबका विकास’ का अभूतपूर्व उदाहरण पेश किया है। इससे पूरे राज्य में समान विकास की धारा का प्रवाह होगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में यह पहली बार हुआ है कि जब किसी मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों का व्यक्तिगत दौरा किया हो और वहां के लोगों की समस्याओं का निपटारा बिना किसी भेदभाव के किया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले के मुख्यमंत्रियों ने मात्र कुछ गिनती के विधानसभा क्षेत्रों में पूरे प्रदेश का पैसा और नौकरियां बांटने का काम किया था। परन्तु मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस धारणा को बदल दिया। राज्य के अनेक विधानसभा क्षेत्रों के लोगों का मानना है कि उनके हलके में कोई मुख्यमंत्री कई दशकों के बाद पहुंचा है।