पानीपत (सन्नी कथूरिया)। मंगलवार सुबह नगर निगम में उस समय हड़कंप मच गया जब प्रदेश के निकाय विभाग मंत्री कमल गुप्ता ने शहर के नगर निगम में अचानक औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण की किसी को भनक ना लगे इसलिए मंत्री सरकारी वाहन की जगह निजी वाहन से नगर निगम कार्यालय तक पहुंचे। रेड के दौरान मंत्री को एक ब्रांच पर ताला लगा मिला। जिसका उन्होंने कारण पूछा।
संतोषजनक जवाब न मिलने पर उन्होंने ब्रांच के खुलने का समय का ब्यौरा मांगते हुए उसमें कार्यरत कर्मचारियों की सूची मांगी है। इसके बाद वे नगर निगम कमिश्नर के कार्यालय में पहुंचे। जहां बैठकर उन्होंने निगम से संबंधित तमाम रजिस्टर चेक किए। जिसमें हाजिरी रजिस्टर, पेंडेंसी रजिस्टर आदि शामिल थे। मंत्री जी ने एक एक का नाम बोलकर सभी की अटेंडेंस लगाई और गैर हाजरी होने पर सस्पेंड भी किया गया। जिस दौरान उन्होंने आउटसोर्सिंग के तहत लगे गैरहाजिर पाए कर्मचारियों को विभिन्न अनियमितताओं के चलते सस्पेंड किया। इसके अलावा समय पर नहीं आए करीब 12 कर्मचारियों की उन्होंने गैर हाजिरी लगाई।
क्या है मामला:
अटेंडेंस रजिस्टर चेक करने के दौरान मंत्री को एक बड़ी बात हाथ लगी। जब उन्होंने रजिस्टर पर लिखे मनप्रीत नाम के शख्स की हाजिरी बाबत आवाज लगाई तो जवाब में वहां खड़े नगर निगम के कर्मचारियों ने बताया कि मनप्रीत ने मेयर अवनीत कौर के साथ रहते हैं। मेयर शिमला गई है, मनप्रीत सुबह हाजिरी लगाकर मेयर के साथ ही शिमला घूमने गया है। जिस पर मंत्री ने हैरानी जताते हुए कहा जिस कर्मचारी की तनख्वाह निगम में काम करने की एवज में सरकारी खाते से जा रही है, वह निजी तौर पर मेयर के साथ घूम रहा है। यह कतई बर्दाश्त नहीं होगा।
उन्होंने मनप्रीत की भी गैर हाजिरी लगाई और कमिश्नर को इस पर संज्ञान लेने के बारे में भी कहा। मंत्री जी ने कहा कि अगर किसी को भी भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई भी सबूत मिलते हैं तो वह सीधा मुझसे संपर्क कर सकता है भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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