95 एमएम बारिश दर्ज (Millennium City Submerged)
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गोल्फ रोड पर पानी से भरे अंडरपास, डूबी गाड़ियां
सच कहूँ/संजय गुरुग्राम। बरसात में मिलेनियम सिटी गुरुग्राम की फिर से दुर्गति हुई। बुधवार की अलसुबह भारी बरसात हुई। इस बरसात में देखते ही देखते शहर के इलाकों में जलभराव होना शुरू हो गया। जलभराव में जाम की स्थिति से निपटने को पुलिस तो सक्रिय हो गई, लेकिन जलभराव नहीं होने देने के दावों की पोल खुलती गई। जलभराव से शहर की स्थिति बदहाल हो गई। पहले बात करें पुराने गुरुग्राम शहर की तो यहां की निचली कालोनियों में तो पानी भरा ही, साथ में शहर की सड़कें भी पानी में डूब गई। सड़कों पर दुपहिया वाहन पानी भरने से बंद हो गए और जाम लग गया। यहां सेक्टर-4/7 चौक से सेक्टर-9, बसई चौक, बसई, सेक्टर-10, रेलवे स्टेशन के पास भीमगढ़ खेड़ी, लक्ष्मण विहार, दौलताबाद, सूर्या विहार, सेक्टर-10, कादीपुर, शिवाजी नगर, अर्जुन नगर, हीरा नगर, सेक्टर-10ए, खांडसा, झाड़सा, सेक्टर-15 पार्ट-1 व 2, सेक्टर-14, सुखराली, सेक्टर-17 समेत अनेक कॉलोनियों में जलभराव हो गया।
इसके अलावा नए गुरुग्राम में भी बरसात का पानी भर गया। सभी सड़कें पानी में डूबी रही और जाम लग गया। इस बरसात से 29 जुलाई 2016 को लगे महाजाम की याद ताजा हो गई जब गुरुग्राम में करीब 22 घंटे तक महाजाम लगा था। उस समय शहर में धारा-144 तक लगानी पड़ी थी। उस जाम की गूंज विदेशों तक पहुंची थी। क्योंकि गुरुग्राम में कई देशों की बड़ी-बड़ी कंपनियां हैं। जलभराव पर मानव आवाज संस्था के संयोजक एडवोकेट अभय जैन ने कहा कि बैठकों में अधिकारी दावे तो बड़े-बड़े करते हैं, लेकिन धरातल पर काम कहीं नजर नहीं आ रहे। सरकार भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। सरकार को चाहिए कि बरसात में बिगड़ी स्थिति को लेकर अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करे।
कहां कितनी बारिश
गुरुग्राम तहसील क्षेत्र में बुधवार को 95 एमएम बारिश हुई। मानेसर में 75 एमएम, वजीराबाद में 50 एमएम, पटौदी में 21 एमएम, फर्रूखनगर में 3 एमएम और सोहना में 2 एमएम बारिश हुई। यह आंकलन सुबह 8:30 बजे से लेकर सुबह 11:00 बजे के बीच का है। गुरुग्राम जिला उपायुक्त की ओर से यह डाटा जारी किया गया।
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