जुगाड़ में भिवानी से झज्जर पहुंच गया प्रवासी परिवार

Migrant-family

लॉकडाउन के बावजूद विभिन्न नाकों पर पुलिस को दिया गच्चा

(Migrant family)

  • झज्जर में लगे ब्रेक, शेल्टर होम में भेजे

  • मध्य प्रदेश के भिंड जाने वाले थे सभी

झज्जर (संजय भाटिया/सच कहूँ)। दूसरे चरण में किए गए लॉकडाउन पर देशभर में सख्ती किए जाने की बातें सामने आ रही है। लेकिन यह सख्ती कितनी है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भिवानी से कुछ प्रवासी जुगाड़ गाड़ी से मध्यप्रदेश के भिंड के लिए निकल पड़े और उन्हें झज्जर तक किसी ने नहीं रोका। हालांकि झज्जर पहुंचे यह प्रवासी बताते हैं कि रास्ते में नाकों पर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। लेकिन उसके बावजूद भी वह 55 किलोमीटर का सफर तय कर झज्जर पहुंच गए।

यहां पुलिस ने जब उन्हें रोका तो जुगाड़ गाड़ी में बैठी महिलाएं बुरी तरह से रो पड़ी

यहां पहुंचने पर उन्हें पुलिस ने रोक लिया और यहां बीकानेर चौक पर बने शैल्टर होम में भेज दिया। जुगाड़ गाड़ी में दो महिलाओं व चार बच्चों सहित 11 लोग सवार थे। यहां पुलिस ने जब उन्हें रोका तो जुगाड़ गाड़ी में बैठी महिलाएं बुरी तरह से रो पड़ी। प्रवासी भिवानी में गोल गप्पे बनाने का काम करते थे, लेकिन बीते दिनों लॉकडाउन में फंस गए। हालांकि इन्हें उम्मीद थी कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खुल जाएगा।

  • जैसे ही लॉकडाउन का दूसरा चरण शुरू हुआ तो इनके सब्र का बांध टूट गया।
  • किसी तरह से जुगाड़ गाड़ी का प्रबन्ध कर यह भिवानी से निकल पड़े।
  • जैसे ही यह झज्जर पहुंचे तो यहां इन्हें पुलिस ने पकड़ लिया और शैल्टर होम भेज दिया।
  • यहां इन्हें खाना खिलाया गया और लॉकडाउन तक यहीं पर रहने की हिदायत दी।

जुगाड़ गाड़ी में इनके साथ इनका कुत्ता भी मौजूद था। उसे भी यहां सामाजिक संस्थाओं ने खाना खिलाया। प्रवासी मजदूरों ने बताया कि उनके पास पैसे खत्म हो गए थे और बीती देर शाम दस बजे वह भिवानी से चले थे। यहां शैल्टर होम में इन सभी को खाना खिलाने के बाद लॉकडाउन खुलने तक रहने की हिदायत दी गई है।

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