Haryana Metro News: खरखौदा, हेमंत कुमार। हरियाणावासियों के लिए अच्छी खबर है। रिठाला से नरेला होते हुए कुंडली तक मेट्रो लाइन बनने से द्वारका की तरह ही नरेला भी तेजी से डिवेलप होगा। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य शुरू होने के चार साल में ये मेट्रो लाइन तैयार हो जाएगी। इस तरह से ये पहली ऐसी मेट्रो लाइन होगी जो यूपी से शुरू होगी और दिल्ली होते हुए हरियाणा के कुंडली तक जाएगी।
हरियाणा के कुंडली तक जाएगी मेट्रो | Haryana Metro News
राजनिवास के अधिकारियों के मुताबिक गाजियाबाद के शहीद स्थल बस अड्डे से शुरू होने वाली मेट्रो की रेडलाइन फिलहाल रिठाला तक आती है, लेकिन अब ये लाइन रिठाला से नरेला होते हुए सोनीपत के समीप कुंडली तक जाएगी। इस लाइन के निर्माण पर 6231 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इनमें से 5685.22 करोड़ रुपये की रकम दिल्ली के हिस्से में होने वाले निर्माण पर, जबकि 545.77 करोड़ रुपये हरियाणा के हिस्से में बनने वाली मेट्रो लाइन पर खर्च होंगे। इन 545 करोड़ रुपये में से 80 फीसदी रकम हरियाणा सरकार और 20 फीसदी रकम केंद्र सरकार देगी। इसी तरह से दिल्ली के हिस्से में निर्माण पर आने वाली लागत में से दिल्ली और केंद्र सरकार दोनों ही 20-20 फीसदी राशि देंगे। इनके अलावा एक हजार करोड़ रुपये डीडीए देगा। बाकी 37.5 फीसदी रकम लोन के रूप में ली जाएगी। अनुमान है कि 2028 में जब इस लाइन पर मेट्रो दौड़ेगी तो रोजाना इसमें 1.26 लाख यात्री सफर करेंगे, जबकि 2055 तक इस लाइन पर सफर करने वालों का आंकड़ा 3.8 लाख तक हो जाएगा।
कई इलाकों का होगा विकास | Haryana Metro News
अधिकारियों का कहना है कि 26.5 किमी की इस लाइन के बनने से द्वारका की तरह ही न सिर्फ नरेला सब सिटी के रूप में डिवेलप होगा बल्कि नरेला, अलीपुर, बवाना एरिया में भी तेजी से इन्फ्रास्ट्रक्चर बनेगा। नरेला में डीडीए के हजारों फ्लैट पहले से ही तैयार हैं। ऐसे में ये फ्लैट्स भी बिकेंगे और इस इलाके में रिहाइश बढ़ेगी। इसी तरह से नरेला में एजुकेशन हब बनने में भी मदद मिलेगी। एलजी की पहल पर ही कुछ वक्त पहले नरेला इलाके में सात यूनिवर्सिटीज को जगह दी गई थी। इसके अलावा यहां मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क, समेत कई बड़े संस्थान बनाने की तैयारी की जा रही है। इस लाइन के बनने से रोहिणी के कई सेक्टर, हेलीपोर्ट, नरेला की अनाज मंडी और कई इंडस्ट्रियल एरिया भी मेट्रो से जुड़ जाएंगे।
क्या अभी और मेट्रो की दिल्ली को है जरूरत?
रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो लाइन की मंजूरी के साथ ही मेट्रो के चौथे फेज की सभी लाइनों का काम शुरू हो जाएगा। मेट्रो की प्लानिंग जब शुरू हुई थी, उस वक्त चार फेज बनाने का मास्टर प्लान बनाया गया था। कायदे से तो 2020 में चार फेज की लाइनें तैयार हो जानी थीं, लेकिन देरी की वजह से अब चौथा फेज 2028 में पूरा होने की उम्मीद है। लेकिन सवाल है कि क्या अब भी मेट्रो की और लाइनों की जरूरत है? कायदे से देखा जाए तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ये माना जाता है कि लोगों को 500 मीटर के दायरे में मेट्रो या उस जैसा बेहतर ट्रांसपोर्ट सुविधा लोगों को मिलनी चाहिए। इस लिहाज से अभी भी दिल्ली को और मेट्रो लाइनों की जरूरत है। चूंकि मेट्रो की लागत बहुत ऊंची है, ऐसे में दूसरे विकल्प जैसे मोनो रेल, लाइट रेल को अपनाया जा सकता है। खासतौर पर दो अलग-अलग इलाकों की मेट्रो को आपस में जोड़ने से लोगों को सुविधा भी मिलेगी और मेट्रो का इस्तेमाल भी बढ़ेगा।
हरियाणा के ओल्ड गुरुग्राम में आएगी मेट्रो
हरियाणा प्रदेश के ओल्ड गुरुग्राम मे मेट्रो का जाल बढ़ाने को लेकर विभाग और सरकार ने कमर कस ली हैं, विभाग ने इसको लेकर तैयारियां तेजी से करनी शुरू कर दी हैं। दरअसल हरियाणा में अब मेट्रो का विस्तार बड़े स्तर पर किया जा रहा हैं, जिससे आमजन को काफी फायदा मिलने वाला हैं, वहीं अब गुरुग्राम में मेट्रो की लाइन तैयार की जा रही हैं, उसमें अधिकतम स्पीड 90 किलोमीटर प्रति घंटा के हिसाब से काम करवाया जा रहा हैं।
गुरुग्राम से दिल्ली तक बनेंगे 28 स्टेशन
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 फरवरी को इसकी कार्य की आधारशिला रखी थी, वहीं इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करने के भी आदेश अधिकारियों को दिए थे, सरकार ने इस परियोजना के लिए 5455 करोड़ की राशि को पास किया हैं, जिसमें बताया गया हैं कि 29 किलोमीटर लंबी ये मेट्रो की लाइन बनने वाली है। वहीं इसी बीच 28 एलिवेटेड स्टेशन भी बनने वाले हैं, इस मेट्रों में सफर करने वाले अंतिम गंतव्य तक जा सकेंगे, क्योंकि ये लाइन सभी को आपस में जोड़ने वाली है।