संगरूर (सच कहूँ न्यूज)। Sangrur News: पिछले 5 साल से परोपकार की भावना से संचालित प्रोफेसर आरडी अग्रवाल मेमोरियल अस्पताल संगरूर के संस्थापक डॉ. अमनदीप अग्रवाल से विशेष बातचीत के कुछ अंशः
प्रश्नः संगरूर में पिछले 5 वर्षों में आपका क्या अनुभव रहा ? | Sangrur News
उत्तरः इन 5 साढ़े तीन वर्षों के दौरान मुझे संगरूर के लोगों का बहुत विश्वास और प्यार मिला है। मैं संगरूर के लोगों और संगरूर के लोगों का ऋणी हूं कि उन्होंने मुझे अपने परिवार के डॉक्टर का दर्जा दिया। मेरी ओर से बताई गई इलाज / सलाह को अपनाया।
सवालः शहर में आपका अस्पताल इतना खास क्यों है?
उत्तर: एक पारिवारिक चिकित्सक होने के नाते मेरे पास परिवार के सभी सदस्य इलाज के लिए आते हैं, हम ईमानदारी से उन्हें उचित चिकित्सा सलाह देते हैं। बहुत गौर से चेकअप किआ जाता है, दवा की पर्ची ऑनलाइन दिए जाते हैं, न केवल दवा दी जाती है बल्कि हम उन्हें स्वस्थ जीवन शैली के अंदर दवा की दुकान भी ब्रांडेड दवाओं पर अच्छी छूट देती है। इस अस्पताल में हर रविवार को जरूरतमंद मरीजों का निःशुल्क इलाज किया जाता है।
प्रश्नः आजकल आम तौर पर चिकित्सा पेशे पर आम जनता को लूटने के आरोप लगते है, आपने कितना पैसा इकट्ठा किया ?
उत्तरः 5 साल से मेरी असली कमाई संगरूर के लोगों का प्यार और विश्वास है मरीजों से केवल 100 रुपये लेकर भी भगवान की कृपा से मेरा काम आराम से चल रहा है, खर्चे निकल जाते हैं और झोली दुआओं से भर जाती है वह प्यार, आशीर्वाद जो रोगी ठीक होने पर देते हैं वह अमूल्य है।
प्रश्नः आज हर बीमारी के लिए अलग विशेषज्ञ डॉक्टर है, तो फैमिली डॉक्टर की क्या भूमिका है ?
उत्तरः हम अपने मरीजों को समझाते हैं यहां हर कोई राय चंद है, हर कोई अपनी राय देता है, इनपर विश्वास करने के बजाय अपने परिवार के डॉक्टर पर भरोसा करें। एक योग्य डॉक्टर को अपना फैमिली डॉक्टर बनाएं । हम एक हेल्थी जीवन शैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, हम सोशल मीडिया के माध्यम से अपने रोगियों के साथ प्रासंगिक जानकारी साझा करते रहते हैं- कुल मिलाकर हम अपने मरीजों को ऐसा महसूस कराते हैं कि वे मरीज नहीं हैं, बल्कि हमारे परिवार के सदस्य या दोस्त हैं, जो आजकल आम नहीं है। Sangrur News
हम सिर्फ 100 रुपये लेते हैं, अस्पताल के अंदर की लैब बाजार से आधी रेट पर परीक्षण करती है, अस्पताल का काम है आपको सही सलाह देना, आपको शिक्षित करना। सबसे पहले, यह जानना महत्वपूर्ण है कि आप कैसे ठीक हो पाएंगे, आप बीमार क्यों होते हैं, और यदि आप समय-समय पर अपने परिवार के डॉक्टर की सलाह का पालन करते तो आपको डॉक्टर की आवश्यकता ही नहीं होगी। आप डॉक्टर को अपना दोस्त मानिए, किसी भी बीमारी के मामले में डॉक्टर की सलाह लें और स्वीकार करें, लोगों की सलाह का पालन न करें। लोग किसी की सलाह से दवा शुरू करते हैं, किसी और की सलाह से रुकते हैं – सभी व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी कमाल की हैं।
प्रश्न: आपको आमतौर पर मरीज कैसे मिलते हैं ? | Sangrur News
उत्तर अक्सर हमारे पास डेंगू, वायरल फीवर, डॉक्टर ब्लड प्रेशर, हृदय की समस्या, मधुमेह, जोड़ों का दर्द, मानसिक तनाव, नशीली दवाओं की लत, एसिडिटी, पेट की बीमारियों और फैटी लीवर, बिना किसी कारण के थकान, सिरदर्द के मामले आते हैं। आजकल ज्यादातर मरीज नाक और गले की एलर्जी, घबराहट से पीड़ित हैं। पिछले 2 साल में हमने बहुत सारे कोरोना मरीज़ देखे हैं ।
यह भी पढ़ें:– हेल्पलाइन 112 के प्रति छात्राओं को किया जागरूक