नई दिल्ली: प्रेसिडेंट कैंडिडेट को लेकर अपोजिशन पार्टियों की मीटिंग आज होनी है। इस बीच, बुधवार को पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने दिल्ली में सोनिया गांधी से उनके घर पर मुलाकात की।
इसके बाद कैंडिडेट के तौर पर उनका नाम भी चर्चा में आ गया है। NDA के कैंडिडेट रामनाथ कोविंद दलित हैं और ऐसे मेें माना जा रहा है कि उसी वर्ग से आने वाली मीरा कुमार को अपोजिशन अपना कैंडिडेट बना सकता है।
मीरा कुमार पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम की बेटी हैं। इस बीच, लेफ्ट पार्टियों की लिस्ट में भीमराव अंबेडकर के पोते और पूर्व सांसद प्रकाश अंबेडकर का नाम प्रेसिडेंट कैंडिडेट के तौर पर सबसे ऊपर है।
अगर मीरा कुमार-रामनाथ कोविंद आमने-सामने हुए तो..?
एजुकेशन के लिहाज से देखा जाए तो रामनाथ कोविंद और मीरा कुमार दोनों ही काबिल व्यक्ति हैं। लोकसभा अध्यक्ष के रूप में मीरा कुमार की सफल पारी को देश की जनता देख चुकी है। मीरा कुमार अगली पीढ़ी की दलित हैं। असल में वे पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम की पुत्री हैं और उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस जैसे प्रतिष्ठित कॉलेज से पढ़ाई की है। वे 1970 में भारतीय विदेश सेवा के लिए चुनी गई थीं और कई देशों में राजनयिक के रूप में सेवा दे चुकी हैं।
मीरा कुमार 72 साल की हैं, रामनाथ कोविंद 71 साल के हैं
दूसरी तरफ, कोविंद एक कानपुर देहात जिले के एक गांव में साधारण परिवार में पैदा हुए। उन्होंने कानपुर के एक कॉलेज से पढ़ाई की और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ने के बाद राजनीति में प्रवेश किया। उनका प्रशासनिक अनुभव बिहार के राज्यपाल के रूप में है। दोनों ने वकालत की पढ़ाई की है। कोविंद का चयन भी प्रशासनिक सेवा के लिए हो चुका था, लेकिन उन्होंने नौकरी करने की जगह वकालत करना पसंद किया। मीरा कुमार 72 साल की हैं, जबकि रामनाथ कोविंद 71 साल के हैं।
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