वकील चन्द इन्सां की मृतदेह पर शोध करेंगे मेडीकल स्टूडेंट

#Dera sacha sauda, Medical student lawyer Chand will do research on humans

ब्लॉक की शरीरदानी सूची में 15वें स्थान पर अंकित हुआ ढुढ़ियांवाली निवासी वकील चन्द का नाम

  • मेडिकल शोध के लिए एंबुलेंस में विदा हुआ पार्थिव शरीर

खारियां (सच कहूँ/सुनील कुमार)। सर्वधर्म संगम डेरा सच्चा सौदा सरसा के अनुयायी पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणाओं पर चलते हुए डेरा अनुयायी जीते जी खूनदान व मरणोपरांत देहदान व नेत्रदान कर समाज के लिए अनुठी मिशाल पेश कर रहे हैं। इसी का ताजा उदहारण शनिवार को ब्लॉक रामपुरथेड़ी-चक्कां के गांव ढुढ़ियांवाली से 73 वर्षिय वकील चन्द्र इन्सां पुत्र शिवलाल के परिवार से देखने को मिला। वकील चन्द इन्सां 06 सितम्बर 2019 की शुबह हृदय गति रूकने से कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजे।

शरीरदानी वकील चन्द इन्सां डेरा सच्चा सौदा सरसा के दुग्ध समिति के सेवादार व शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैलफेयर फोर्स विंग के सदस्य रहे हैं। देहदान के अवसर पर उनके पुत्र जगदीश इन्सां व सतीश इन्सां ने बताया कि उनके पिता ने जीते जी शरीरदान का फार्म भरा था। सचखंडवासी की अन्तिम इच्छा व डेरा सच्चा सौदा की मर्यादानुसार उनकी मृतदेह को उत्तर प्रदेश के हापुड़ स्थित जीएस मेडिकल कॉलेज पिलखुआ में मेडिकल शोध हेतु दान कर दिया। इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नि रेशमा देवी इन्सां, पुत्र जगदीश इन्सां, सतीश इन्सां, मनीष इन्सां, राहुल इन्सां सहित परिजन, रिश्तेदार, ब्लॉक भंगीदास राजाराम इन्सां, 15 मैम्बर तार सिंह इन्सां, जगजीत इन्सां, चन्द्रभान इन्सां, छमदीप इन्सां, भजनलाल इन्सां, गोरख राम इन्सां, जिला पार्षद आरसी झोरड़ ने शरीरदानी अमर रहे के नारों के साथ विदाई दी।

  • बेटों के बराबर बेटियों व पुत्रबधुओं ने दिया अर्थी को कंधा

21वीं सदी के इस भारत में आज भी बेटा-बेटी में भेदभाव किया जाता है। जिसे जड़ से मिटाने का बिड़ा उठा चुके डेरा सच्चा सौदा सरसा के अनुयायी ऐेसे हर मोड़ पर डटे रहते हैं जहां समाज में बेटियों के साथ भेदभाव किया जाता हो। इसी कड़ी में सुधार करते हुए जिला के खंड रानियां के गांव ढुढ़ियांवाली से सचखंडवासी वकील चन्द इन्सां की अर्थी को उनकी पुत्री राणी देवी, सुपौत्रियां ज्योति इन्सां, कशिस इन्सां, काजल इन्सां व पुत्रवधु-परमजीत कौर इन्सां, सुमन इन्सांंंं व पुत्र जगदीश इन्सां व सतीश इन्सां ने कंधा देकर समाज के लिए प्रेरणादायक मिशाल पेश की।