दलीप कौर इन्सां की मृत देह पर रिसर्च करेंगे मेडिकल स्टूडेंट

Body-Donation

 पार्थिव देह वेंकेटशवरा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, गजरौला को की दान (Body Donation)

सच कहूँ/सुनील कुमार
खारियां। डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे 135 मानवता कार्य प्रतिदिन आमजन के लिए अनुकरणीय उदहारण व मिशाल बनते जा रहे हैं। इसका एक ओर उदहारण पेश किया है ब्लॉक रामपुरथेड़ी/चक्कां व तहसील रानियां के सबसे बडेÞ गांव बणी निवासी गुरचरण सिंह इन्सां की 82 वर्षीय माता दलिप कौर इन्सां ने। सचखंडवासी दलीप कौर इन्सां धर्मपत्नी स्व. नाहर सिंह इन्सां की पार्थिव देह को परिजनों ने वेंकेटशवरा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस,, नजदीक राजाबपुर गजरौला जिला अमरोहा, उत्तर प्रदेश को मेडिकल रिसर्च के लिए दान किया है।

उनके पुत्र गुरदेव सिंह इन्सां ने बताया कि माता दलीप कौर इन्सां ने वर्ष 1969 में पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज से नाम दान प्राप्त किया और उसके बाद पूरे परिवार को भी इन्सानियत के इसी राह पर अग्रसर किया। उनकी माता डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे सभी मानवता भलाई के कार्यों हमेशा आगे रहती थी। उन्होंने पूज्य गुरु जी पावन शिक्षा का अनुसरण करते हुए जीते जी अपनी मृत्यु के बाद शरीरदान करने का प्रण लिया हुआ था। उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए ही उनकी पार्थिव देह मेडिकल शोध के लिए दान की गई। इस मौके पर ब्लॉक भंगीदास राजाराम इन्सां, 15 मैम्बर नवतेज इन्सां, तार सिंह, दलिप इन्सां, गुरदेव सिंह इन्सां, कसुरजीत कौर, व गुचरण सिंह, विरपाल कौर, बलजिन्द्र कौर, निंदर कौर, श्रृमण कौर, चरनीत कौर इन्सां, अमनदीप कौर, किरणदीप कौर, सिकन्द्र इन्सां, विरपाल कौर, गुरलीन सहित अन्य मौजूद रहे।

सर्वधर्म संगम डेरा सच्चा सौदा सरसा द्वारा चलाए जा रहे 135 मानवता भलाई के कार्य बहुत ही सराहनीय व कलयुगी समाज के लिए प्रेरणादायक है। ये वो संस्था है जो जात-धर्म से ऊपर उठकर निस्वार्थ सेवा भाव से हमेशा ही समाजहित में कार्य करती आ रही है फिर चाहे वो जीते जी हो या मरणोपरांत।
-रामसिंह सहारण, निवर्तमान सरपंच बणी।

बेटियों, पुत्रवधुओं, पौत्रियों व पौत्रवधु ने दिया अर्थी को कंधा

डेरा सच्चा सौदा सरसा की मर्यादा व सचखंडवासी दलीप कौर इन्सां की अन्तिम इच्छानुसार परिजनों ने बलजिन्द्र कौर इन्सां व निंदर कौर इन्सां (पुत्रियां), विरपाल कौर व बलजिन्द्र कौर इन्सां (पुत्रवधु ) श्रृमण कौर इन्सां, चरनीत कौर इन्सां, किरणदीप कौर इन्सां, अमनदीप कौर इन्सां (सुपौत्रियां), वीरपाल कौर इन्सां (सुपौत्रवधु) द्वारा अर्थी को कंधा देकर समाज में बेटा बेटी एक समान मुहिम को सार्थक करते नजर आए। इस मुहिम को रिश्तेदारों व ग्रामिणों ने खूब सराहा तथा डेरा सच्चा सौदा सरसा की सामाजिक परिवर्तन की अनूठी पहल बताई।

मैं खुद को बहुत गर्व महसूस कर रही हूँ कि आज मुझे अपनी दादी माँ की अर्थी को कंधा देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। ये सब पूज्य गुरु जी की पावन प्रेरणाओं व डेरा सच्चा सौदा की मर्यादानुसार ही संभव हो पाया है। मैं समाज को कहना चाहूंगी की वो भी महिलाओं को आगे लाने का कार्य करे।
-किरणदीप कौर इन्सां (सौपुत्री)।

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