हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। जिला जेल में स्टाफ की ओर से बंदियों से मारपीट करने की शिकायत को जिला प्रशासन की ओर से गंभीरता से लिए जाने के बाद बुधवार को चार बंदियों का टाउन के राजकीय जिला चिकित्सालय में मेडिकल मुआयना हुआ। जानकारी के अनुसार बंदी गुरलाल पुत्र हीरासिंह, विजयपाल पुत्र जगदीश चन्द्र, अमित पुत्र हनुमान टांडी व अमरपाल पुत्र रायसिंह का मेडिकल मुआयना करवाया गया।
इससे पहले चारों बंदियों को पुलिस सुरक्षा के बीच जिला अस्पताल लाया गया। मेडिकल मुआयना करवाने के बाद इन्हें दोबारा जिला कारागृह भेज दिया गया। बंदियों ने मीडियाकर्मियों को अपने शरीर पर बने चोटों के निशान भी दिखाए। इस दौरान बंदी गुरलाल सिंह ने मीडियाकर्मियों के सामने आरोप लगाया कि संतरी विष्णु ने उससे अफीम व रुपयों की डिमांड की। लेकिन जब उसने कहा कि उसके पास इतने रुपए नहीं हैं। वह कुछ रुपयों का बंदोवस्त कर सकता है। इस बात को लेकर संतरी विष्णु उससे रंजिश रखने लगा। परिजनों से मुलाकात व फोन पर बात बंद करवा दी। उसने इसकी शिकायत जेलर से की तो जेलर ने संतरी को समझाया।
गत दिनों उसके साथ रंजिश के चलते जेल में मारपीट की गई। इसके विरोध में महिला बंदियों सहित सभी बंदी भूख हड़ताल पर हैं। 16 बंदी आमरण अनशन पर बैठे हैं। बंदी विजयपाल ने बताया कि गत दिनों सुबह जेल में परेड हो रही थी। तब जेलर ने अनिल नाम के बंदी के साथ बेवजह जेल स्टाफ से मारपीट करवाई। उस पर पाइपों से वार किए गए। अन्य बंदियों ने इसका विरोध किया तो जेल स्टाफ के 20-25 जनों ने करीब आधा दर्जन बंदियों के साथ मारपीट की।
बंदियों ने दोषी जेल स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। गौरतलब है कि जिला कलक्टर ने इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मेडिकल बोर्ड गठित कर बंदियों का मेडिकल मुआयना करवाने के निर्देश दिए। साथ ही एसडीएम के नेतृत्व में टीम गठित कर जेल में बंदियों के बयान लेने को निर्देशित किया।
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