एसटीएफ ने पकड़ा तो दुबई से आया गैंगस्टर बोला मैं तो दीपक हूँ…

गुरुग्राम से करीब 30 करोड़ रुपये की चोरी का मास्टरमाइंड भी है विकास लगरपुरिया

  • एसटीएफ के समक्ष अढ़ाई घंटे में गैंगस्टर विकास ने बताई हकीकत
  • दुबई से आकर अपने गांव लगरपुर (झज्जर) जा रहा था गैंगस्टर विकास

गुरुग्राम। (सच कहूँ/संजय कुमार मेहरा) आखिरकार गैंगस्टर विकास लगरपुरिया गुरुग्राम एसआईटी के हत्थे चढ़ ही गया। हालांकि उसे पकड़ने के बाद पुलिस को ढाई घंटे का समय विकास लगरपुरिया साबित करने में लगे। ऐसा इसलिए कि दुबई से दिल्ली एयरपोर्ट आने के बाद झज्जर जिला स्थित अपने गांव लगरपुर जा रहे विकास को जब गुरुग्राम एसटीएफ ने गिरफ्तार किया तो उसने अपनी पहचान छिपाकर कहा कि वह तो दीपक है। यह उसने काल्पनिक नाम बताया। बता दें कि विकास लगरपुरिया गैंगस्टर भारत से भागकर लंबे समय से दुबई में रह रहा था।

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गुरुग्राम पुलिस उसे दुबई से भारत लाने के लिए काफी मशक्कत भी कर रही थी। अब वह जब भारत आया तो एसटीएफ की टीम ने उसे दबोच लिया। बात करें उसे मोस्टवांटेड होने की। गुरुग्राम के खेड़कीदौला थाना क्षेत्र स्थित एक सोसायटी में बने फ्लैट से 21 अगस्त 2021 को 30 करोड़ रुपये की चोरी हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में 50 लाख रुपये चोरी का केस दर्ज किया था। इस चोरी का मास्टरमाइंड विकास लगरपुरिया ही था। उसने इस चोरी में अपने गांव के ही दिल्ली पुलिस में एएसआई विकास गुलिया को साथ लिया।

साथ ही गुरुग्राम मेंं उस समय गुरुग्राम में तैनात आईपीएस अधिकारी धीरज सेतिया की भी इस मामले में संलिप्तता पाई गई। चोरी में नाम सामने आने के बाद धीरज सेतिया भी भूमिगत हो गए थे। काफी समय बाद उन्हें अग्रिम जमानत मिली। सरकार ने इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी। एसटीएफ अब तक इस केस में दो डॉक्टर समेत 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनसे करीब 3 करोड़ रुपये की रिकवरी भी हो चुकी है। विकास लगरपुरिया पिछले 7 साल से फरार चल रहा था। उस पर अढ़ाई लाख रुपये का ईनाम भी रखा हुआ था।

एयरपोर्ट से अपने गांव लगरपुर जाते समय दबोचा

गुरुग्राम में चोरी के मास्टरमाइंड विकास लगरपुरिया को एसटीएफ ने गुरुवार को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह दुबई से दिल्ली एयरपोर्ट आने के बाद अपने गांव लगरपुर जा रहा था। हरियाणा एसटीएफ गुरुग्राम की टीम दुबई सरकार से संपर्क साधे हुए थी। सारे इनपुट मिलने पर आरोपी विकास लगरपुरिया को एसटीएफ ने दबोच लिया। विकास लगरपुरिया पर ढाई लाख रुपए का इनाम भी पुलिस ने रखा हुआ था।

गलत नाम बताया चकमा देने का किया प्रयास

आरोपी विकास लगरपुरिया को एसटीएफ ने गिरफ्तार भले ही कर लिया तो लेकिन पुलिस से उसकी पहचान दिलाने में यानी विकास साबित करने में ढाई घंटे लग गए। जब उसे एसटीएफ ने पकड़ा तो उसने विकास लगरपुरिया होने से इंकार करते हुए अपना नाम दीपक बताया। इस तरह से उसने अपने बचाव के लिए पुलिस को चकमा देने का प्रयास किया। पूरी जानकारी के साथ एसटीएफ ने उसकी बातों पर विश्वास नहीं किया। उससे ढाई घंटे तक कड़ी पूछताछ की गई, तब उसे बताया कि वही विकास लगरपुरिया है।

आईपीएस धीरज सेतिया का हो चुका है पॉलीग्राफ

एसटीएफ हरियाणा के डीआईजी सतीश बालन के मुताबिक एसटीएफ को यह बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। वहीं इस केस में संलिप्त आईपीएस धीरज सेतिया का 5 दिन पहले पॉलीग्राफ टैस्ट भी करवाया गया है। जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है। आरोपी विकास लगरपुरिया पर दिल्ली गुरुग्राम समेत अन्य जिलों व राज्यों में दो दर्जन से ज्यादा केस दर्ज हैं। इनमें गुरुग्राम में हुई हाई प्रोफाइल चोरी का मामला, पानीपत से अवैध दस्तावेज बनाने का और गुरुग्राम कोर्ट से भगोड़ा घोषित होने का मामला जांच के लिए एसटीएफ के पास था।

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