यूएन/नई दिल्ली (varta)। जैश-ए-मुहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर को वैश्विक आंतकी घोषित करने के लिए आज का दिन भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आज यूएन में वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए अहम बैठक होने वाली है। बता दें कि भारत कई वर्षों से मौलाना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने की मांग कर रहा है। इस राह में भारत के पड़ोसी चीन ने ही हर बार रोड़े अटकाएं हैं।
भारत को मिला अमेरिका का साथ
अमेरिका ने अपने बयान में कहा है जैश-ए-मोहम्मद एक अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन है। इसका सरगना मौलाना मसूद अजहर है। इसलिए ऐसी स्थिति में उसे ग्लोबल आतंकी घोषित किया जाना चाहिए। अमेरिका ने मसूद अजहर को भारतीय उपमहाद्वीप में शांति के लिए खतरा भी बताया है। अमेरिका ने यह साफ कर दिया है भारत-अमेरिका इस मुद्दे पर साथ में काम कर रहे हैं।
क्यों अहम है बुधवार का दिन
जैश-ए-मुहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए UNSC की 1267 कमेटी की तरफ से प्रस्ताव लाया जाएगा। इस प्रस्ताव पर किसी ने अगर रोड़ा नहीं अटकाया तो बुधवार की शाम तक मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया जाएगा।
चीन के लिए इस बार वीटो लगाना होगा मुश्किल
इस बार चीन के लिए वीटो लगाना मुश्किल इसलिए हो सकता है क्योंकि इस प्रस्ताव को अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने सुरक्षा परिषद में उठाया है। इसलिए चीन अमेरिका (वीटो पावर) से सीधे टकराने की जुर्रत नहीं करेगा। हालांकि चीन ने इस मुद्दे पर अपनी तरफ से यह बात कह चुका है कि इस समस्या का हल बातचीत के जरिए हल किया जा सकता है। चीन इससे पहले कई बार वीटो लगा कर भारत को इस दिशा में रोक चुका है।
पुलवामा हमले के बाद से तेज हुई कवायत
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने इस ओर कवायद तेज कर दी है। इस हमले में कई सीआरपीएफ के जवानों की मौत के बाद मसूद विश्व के कई देशों की नजर में आ गया है। इस हमले के बाद से भारत विश्व में पाक की नापाक हरकत को सामने रख चुका है। भारत पाकिस्तान पर यह अरोप लगाता रहा है कि वहां की जमीन से आतंकवाद को समर्थन दिया जाता है।
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