वाशिंगटन (एजेंसी)। ईरान परमाणु समझौते के सदस्य देशों ने कहा कि वे अमेरिकी प्रतिबंधों को दरकिनार कर ईरान के साथ व्यापार जारी रखने के लिए एक नई भुगतान प्रणाली स्थापित करेंगे। इस प्रणाली से डॉलर तथा अमेरिका के दबदबे वाले वैश्विक बाजार पर निर्भर हुए बिना तेल कंपनियां और व्यापारिक संस्थान ईरान के साथ व्यापार (Business from Iran) कर सकेंगे।
यह भुगतान प्रणाली कैसे काम करेगी, इस पर अभी विचार किया जा रहा है। अमेरिका के ईरान परमाणु समझौते से अलग होने के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी तल्ख हुए हैं। मई में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने की घोषणा की थी। अमेरिका ने इसके बाद ईरान पर दोबारा आर्थिक प्रतिबंध लागू कर दिए हैं।
अमेरिका ने चार नवंबर से ईरान के तेल निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। गौरतलब है कि वर्ष 2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जताई थी।
संयुक्त व्यापक कार्रवाई योजना (जेसीपीओए) के नाम से प्रख्यात यह परमाणु समझौता पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में हुआ था।
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