मानसून की पहली बारिश ने खोली प्रबंधों की पोल, दुकानें बंद, शहरवासी हुए परेशान
मानसा (सच कहूँ/सुखजीत मान)। Heavy Rain: गर्मी से परेशान आमजन बहुत समय से बारिश का इंतजार कर रहे थे और वीरवार को हुई बारिश से उनका यह इंतजार खत्म हो गया। आज मानसून की पहली बारिश ने ही ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के चेहरों पर रौनक ला दी, वहीं शहरवासियां की तौबा करवा दी। खेतों में फसलें लहराने लगी हैं व शहरों में सड़कें नहरें बन गई हैं। मानसा शहर में इतना अधिक बुरा हो गया कि कोई मुख्य सड़क ऐसी नहीं बची कि बारिश के पानी में न डूबी हो। वहीं शहर में सीवरेज का मसला कई महीनों से चल रहा है लेकिन किसी ने भी इस और ध्यान नहीं दिया, वहीं इस बारिश ने प्रशासन को आईना दिखा दिया है जबकि अभी बारिश की और भी संभावना जताई गई है। Mansa News
जानकारी के अनुसार वीरवार सुबह मानसा व इसके साथ लगते क्षेत्रों में भारी बारिश हुई, जिससे लोगों को उमस भरी गर्मी से तो राहत मिली, लेकिन शहरी आबादी बुरी तरह प्रभावित हुई है। मानसा की गलियां, मुख्य सड़कें आदि पानी में डूब गई। कचेहरी रोड, बस स्टैंड चौंक, सिनेमा रोड, गौशाला रोड, तिन्नकोनी बारिश की मार नहीं झेल सके। बारिश से हालात ऐसे बन गए हैं कि सड़कों पर पानी नहरों की तरह चलने लगा है। अंडरब्रिज में पानी भरने से रास्ता बंद हो गया।
सीवरेज के पानी की मार झेल रहे दुकानदार पहले ही ग्राहकों की कम आवक को लेकर परेशान थे, वहीं रहती कसर बारिश ने पूरी कर दी। वहीं बस स्टैंड नजदीक स्थित पॉवरकॉम का कार्यालय भी पानी में डूब गया। वहीं तिन्नकोनी पर ज्यादा पानी जमा होने से डीसी की रिहायश में भी पानी जमा हो गया। आज पूरा दिन स्थिति यह रही कि दोपहिया वाहनों को पानी में से पैदल ही चलकर जाना पड़ा। बस स्टैंड से लेकर शहर में फाटक तक सड़क पर अधिक पानी होने से कोई भी वहां गुजर नहीं सका।
फसलों के लिए वरदान साबित होगी बारिश: किसान | Mansa News
किसान नेता गोरा सिंह भैनी बाघा ने बताया कि आज हुई बारिश से कृषि सैक्टर को बहुत लाभ पहुंचेगा। धान के अलावा नरमे व मक्की की फसल का इस बारिश से तेजी से विस्तार होगा क्योंकि इससे पहले गर्मी के चलते फसलें सही से हो नहीं पा रही थीं। उन्होंने कहा कि जिन बरानी खेतों में नहरी पानी नहीं पहुंच रहा था, वहां बिजाई की फसलों के लिए यह बारिश वरदान साबित होगी।
प्रशासन की लापरवाही ने डूबाया मानसा: चौहान
सीवरेज मसले पर बनी मानसा संघर्ष कमेटी के नेता कामरेड कृष्ण चौहान ने कहा कि बारिश कृषि सैक्टर के लिए फायदेमंद होगी लेकिन शहरी आबादी के लिए घातक साबित होगी। जो प्रशासन की लापरवाही का ही परिणाम है। उन्होंने कहा कि बार-बार जिला प्रशासन को अपील कीगई थी कि सीवरेज प्रबंध सुधारे जाएं लेकिन कोई हल नहीं हुआ, जिसके परिणाम स्वरूप आज मानसा की गलियां-सड़कें डूब गई। अगर प्रशासन ने पहले प्रबंध किए होते तो आज दुकानदारों को बारिश के पानी के डर से अपनी दुकानें बंद न करनी पड़ती। Mansa News
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