नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। प्रधानमंत्री ने कहा कि “मेरे प्यारे देशवासियों, आज हम ‘मन की बात’ कर रहे हैं और संयोग से ये सरकार के 7 साल पूरे होने का भी समय है। इन वर्षों में देश ‘सबका-साथ, सबका-विकास, सबका-विश्वास’ के मंत्र पर चला है। जब हम ये देखते हैं कि अब भारत दूसरे देशों की सोच और उनके दबाव में नहीं, अपने संकल्प से चलता है, तो हम सबको गर्व होता है। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना महामारी के दौरान देश में आॅक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए चलाये गये अभियान में सशस्त्र बलों की भूमिका की सराहना करते हुए उन्हें सलाम किया है। पीएम ने रविवार को रेड़ियो पर अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात में कहा कि कोरोना महामारी के दौरान जब देश आॅक्सीजन की कमी से जूझ रहा था तो नभ, जल, थल और रेल मार्ग सभी माध्यमों से देश और विदेशों से आॅक्सीजन की आपूर्ति की गई। उन्होंने कहा कि इस दौरान सशस्त्र बलों के सैनिकों ने दिन रात करके देश में आॅक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की और बड़ी संख्या में लोगों की जान बचायी।
प्रधानमंत्री ने कैप्टन पटनायक से की बात
उन्होंने विदेशों से आॅक्सीजन लाने के लिए कई घंटे की उड़ान भरने वाले वायु सेना के ग्रुप कैप्टन ए के पटनायक से बात की। प्रधानमंत्री ने उनकी बेटी अदिति के साथ भी बात की। ग्रुप कैप्टन और उनकी बेटी ने अपने अपने अनुभव प्रधानमंत्री के साथ साझा किये। ग्रुप कैप्टन पटनायक ने कहा, ‘इस संकट के समय में हमारे देशवासियों को मदद कर सकते हैं यह हमारे लिए बहुत ही सौभाग्य का काम है सर और यह जो भी हमें मिशन मिले हैं हम बखूबी से उसको निभा रहे हैं। हमारी ट्रेनिग और स्पोर्ट सर्विस जो हैं, हमारी पूरी मदद कर रहे हैं और सबसे बड़ी चीज है सर, इसमें जो हमें कार्य संतुष्टि मिल रही है वो बहुत ही हाई लेवल पे है और इसी कि वजह से हम निरंतर अभियान चला पा रहे हैं।
सैनिकों को नमन
पीएम ने कहा कि वह सशस्त्र बलों के सभी सैनिकों को नमन करते हैं कि उन्होंने अपने कर्तव्य को निभाते हुए दिन रात देश की सेवा की और देश के कोने कोने में आॅक्सीजन पहुंचाकर लोगों की जान बचायी। उन्होंने कहा कि यह एक टीम वर्क है सब इसमें अपनी भूमिका निभा रहे हैं। इससे पूरे देश को प्रेरणा मिलती है।
कोरोना महामारी के दौरान किसानों ने रिकार्ड उत्पादन किया : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि कोरोना महामारी के दौरान एक तरफ़ किसानों ने रिकार्ड उत्पादन किया वहीं दूसरी तरफ़ रिकार्ड फसल खरीदी भी की गई है। मोदी ने कहा कि पिछले डेढ़ सालों में कोरोना योद्धाओं का खूब समर्पण और परिश्रम देखा है लेकिन इस लड़ाई में बहुत बड़ी भूमिका देश के कई क्षेत्रों के अनेक वरियर्स की भी है। हमारे देश पर इतना बड़ा संकट आया, इसका असर देश की हर एक व्यवस्था पर पड़ा। कृषि-व्यवस्था ने ख़ुद को इस हमले से काफी हद तक सुरक्षित रखा। सुरक्षित ही नहीं रखा, बल्कि प्रगति भी की, आगे भी बढ़ी। इस महामारी में भी हमारे किसानों ने रिकार्ड उत्पादन किया है ? किसानों ने रिकार्ड उत्पादन किया, तो इस बार देश ने रिकार्ड फसल खरीदी भी की है। इस बार कई जगहों पर तो सरसों के लिए किसानों को एमएसपी से भी ज्यादा भाव मिला है। उन्होंने कहा कि रिकार्ड खाद्यान्न-उत्पादन की वजह से ही हमारा देश हर देशवासी को संबल प्रदान कर पा रहा है।आज इस संकट काल में 80 करोड़ ग़रीबों को मुफ़्त राशन उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि ग़रीब के घर में भी कभी ऐसा दिन न आए जब चूल्हा न जले।
किसान-रेल अब तक करीब – करीब 2 लाख टन उपज का परिवहन कर चुकी है
मोदी ने कहा, “ आज हमारे देश के किसान, कई क्षेत्रों में नई व्यवस्थाओं का लाभ उठाकर कमाल कर रहे हैं। जैसे कि अगरतला के किसानों को ही लीजिए ! ये किसान बहुत अच्छे कटहल की पैदावार करते हैं। इनकी मांग देश-विदेश में हो सकती है, इसलिए इस बार अगरतला के किसानों के कटहल रेल के जरिए गुवाहाटी तक लाये गए। गुवाहाटी से अब ये कटहल लंदन भेजे जा रहे हैं। ऐसे ही आपने बिहार की ‘शाही लीची’ का नाम भी सुना होगा। 2018 में सरकार ने शाही लीची को जीआई टैग भी दिया था ताकि इसकी पहचान मज़बूत हो और किसानों को ज़्यादा फ़ायदा हो। इस बार बिहार की ये ‘शाही लीची’ भी हवाई-मार्ग से लंदन भेजी गई है। पूरब से पश्चिम, उत्तर से दक्षिण हमारा देश ऐसे ही अनूठे स्वाद और उत्पादों से भरा पड़ा है।”
उन्होंने कहा दक्षिण भारत में, विजयनगरम के आम के बारे में आपने ज़रुर सुना होगा ? अब भला ये आम कौन नहीं खाना चाहेगा ! इसलिए, अब किसान-रेल, सैकड़ों टन विजयनगरम आम दिल्ली पंहुचा रही है। दिल्ली और उत्तर भारत के लोगों को विजयनगरम आम खाने को मिलेगा और विजयनगरम के किसानों को अच्छी कमाई होगी। किसान-रेल अब तक करीब – करीब 2 लाख टन उपज का परिवहन कर चुकी है। अब किसान बहुत कम कीमत पर फल, सब्जियाँ, अनाज, देश के दूसरे सुदूर हिस्सों में भेज पा रहा है।
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