प्रधानमंत्री ने साहिबजादा दिवस पर साहिबजादों की शहादत को किया नमन्

नई दिल्ली (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहिबजादा दिवस पर गुरु तेग बहादुर , माता गुजरी , गुरु गोविंद सिंह और चारों साहिबजादों की शहादत को नमन किया है। प्रधानमंत्री ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के अपने संबोधनÜ (Mann Ki Baat Address, PM Modi) में कहा कि देश में आतताइयों और अत्याचारियों से देश की हजारों साल पुरानी संस्कृति और सभ्यता तथा रीति-रिवाज को बचाने के लिए दिये गये बलिदानों को आज याद करने का भी दिन है।

उन्होंने कहा, ‘आज के ही दिन गुरु गोविंद जी के पुत्रों, साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया था। अत्याचारी चाहते थे कि साहिबजादे अपनी आस्था छोड़ दें, महान गुरु परंपरा की सीख छोड़ दें। लेकिन, हमारे साहिबजादों ने इतनी कम उम्र में भी गजब का साहस दिखाया, इच्छाशक्ति दिखाई। दीवार में चुने जाते समय, पत्थर लगते रहे, दीवार ऊँची होती रही, मौत सामने मंडरा रही थी, लेकिन, फिर भी वो टस-से-मस नहीं हुए।

प्रधानमंत्री ने गुरु गोविंद सिंह की माता जी – माता गुजरी की शहादत को याद करते हुए कहा कि “ आज ही के दिन माता गुजरी ने भी शहादत दी थी। करीब एक सप्ताह पहले, श्री गुरु तेग बहादुर जी की भी शहादत का दिन था। मुझे, यहाँ दिल्ली में, गुरुद्वारा रकाबगंज जाकर, गुरु तेग बहादुर जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने का, मत्था टेकने का अवसर मिला।”

उन्होंने कहा, “ इसी महीने हम श्री गुरु गोविंद सिंह के परिवार के लोगों के द्वारा दी गयी शहादत को बड़ी भावपूर्ण अवस्था में याद करते हैं। इस शहादत ने संपूर्ण मानवता और देश को नयी सीख दी। इस शहादत ने हमारी सभ्यता को सुरक्षित रखने का महान कार्य किया। हम सब इस शहादत के कर्जदार हैं। ऐसी ही अनेकों शहादतों ने भारत के आज के स्वरूप को बचाए और बनाए रखा है। साहिबजादा दिवस गुरु गोविंद स‍िंह के चार पुत्रों अजीत सिंह जुझार सिंह ,जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत की याद में मनाया जाता है।

आत्मनिर्भर भारत के लिए सोच में बदलाव जरूरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों का स्वदेश में बनी वस्तुओं के इस्तेमाल के लिए आह्वान करते हुए रविवार को कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग जरूरी है और उन्हें खुशी है कि हर वर्ग की सोच में इस संबंध में बड़ा बदलाव आ रहा है। पीएम ने ‘मन की बात’ के इस साल के आखिरी कार्यक्रम में कहा कि उन्हें इस संबंध में जो सूचनाएं मिल रही हैं वह हर्षित करनर वाली और इससे साबित होता है कि समाज में और खासकर युवाओं में सोच में स्वदेश में निर्मित वस्तुओं के इस्तेमाल के लिए बड़ा परिवर्तन आ रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि ‘मेड इन इंडिया’ वाले सामान के उपयोग के लिए लोगों में जिज्ञासा बढ़ रही है और अपने ही देश में निर्मित वस्तु के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस संबंध में उन्होंने कुछ सूचनाओं को साझा करते हुए कहा, ‘नमो ऐप पर मिली चिट्ठियों में मुझे एक बात जो कॉमन नजर आ रही है, खास नजर आ रही है, उनमें अधिकतर पत्रों में लोगों ने देश के सामर्थ्य, देशवासियों की सामूहिक शक्ति की भरपूर प्रशंसा की है। जब जनता कर्फ्यू जैसा अभिनव प्रयोग, पूरे विश्व के लिए प्रेरणा बना, जब, ताली-थाली बजाकर देश ने हमारे कोरोना वारियर्स का सम्मान किया था, एकजुटता दिखाई थी, उसे भी, कई लोगों ने याद किया है।

पीएम ने देश में तेंदुओं की संख्या बढ़ने पर जतायी प्रसन्नता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में तेंदुओं की संख्या बढ़ने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए रविवार को कहा कि हर व्यक्ति के भीतर जीवों के प्रति दया , करुणा और संवेदनशीलता होनी चाहिए। पीएम ने कहा कि भारत में तेंदुओं की संख्या में 2014 से 2018 के बीच 60 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2014 में देश में तेंदुओं की संख्या लगभग 7,900 थी, वहीँ 2019 में इनकी संख्या बढ़कर 12,852 हो गयी।

मोदी ने कहा कि ये वही तेंदुए जिनके बारे में जिम कार्बेट ने कहा था कि जिन लोगों ने तेंदुओं को प्रकृति में स्वछन्द रूप से घूमते नहीं देखा, वो उसकी खूबसूरती की कल्पना ही नहीं कर सकते। उसके रंगों की सुन्दरता और उसकी चाल की मोहकता का अंदाज नहीं लगा सकते। उन्होंने कहा कि देश के अधिकतर राज्यों में, विशेषकर मध्य प्रदेश , कर्नाटक और महाराष्ट्र में तेंदुओं की संख्या बढ़ी है। यह एक बड़ी उपलब्धि है।

जम्मू कश्मीर का केसर दुनिया में बढ़ाएगा भारत का मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जम्मू कश्मीर का केसर वहां की समृद्ध विरासत का प्रतीक है और आत्मनिर्भर भारत के तहत इसे विश्व स्तर पर पहुंचाने का जो प्रयास हो रहा है उससे दुनिया में भारत का मान पड़ेगा। मोदी ने कहा की जम्मू कश्मीर के केसर की जो विशेषता है उसके कारण इससे इसी साल मई में ज्योग्राफिकल इंडिकेशन टैग याने जीआई टैग सर्टिफिकेट मिला है। इससे हमारे केसर को वैश्विक स्तर पर नयी पहचान मिलेगी और कश्मीर के केसर का बाजार बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि जीआई टैग मिलने के बाद जम्मू कश्मीर के केसर को दुबई की एक सुपर मार्केट में लॉन्च किया है।

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