16 जनवरी को अगली सुनवाई
चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। विशेष सीबीआई अदालत में सोमवार को मानेसर लैंड स्कैम (Manesar Land Scam) मामले में सुनवाई हुई। इस मामले के मुख्य आरोपी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अन्य सभी आरोपी सीबीआई कोर्ट में पेश हुए। सुनवाई के दौरान आरोपों पर बहस की जानी थी, लेकिन मामले में एक आरोपी के वकील के पिता की मृत्यु होने के चलते वकील कोर्ट में पेश नहीं हो पाया और उसके चलते कोर्ट में चार्ज पर बहस नहीं हो पाई।
पिछली सुनवाई के दौरान मामले में आरोपी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सहित सभी आरोपियों पर आरोपों को लेकर कोर्ट में बहस शुरू जो चुकी है। अब दो आरोपियों अनिल बत्रा और गौरव चौधरी पर लगे आरोपों पर बहस होनी बाकी है, मामले की अगली सुनवाई 16 जनवरी को होगी। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित 34 आरोपियों के खिलाफ सीबीआई ने अदालत में चार्जशीट फाइल की गई थी।
अब इस मामले में पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट में सुनवाई चल रही है, जिसमें हुड्डा के अलावा एमएल तायल, छत्तर सिंह, एसएस ढिल्लों, पूर्व डीटीपी जसवंत सहित कई बिल्डरों के खिलाफ चार्ज शीट में नाम आया है। मानेसर जमीन घोटाले को लेकर सीबीआइ ने हुड्डा सहित 34 के खिलाफ 17 सितंबर 2015 को मामला दर्ज किया था।
2016 को दर्ज हुआ था केस | Manesar Land Scam
इस मामले में ईडी ने भी हुड्डा के खिलाफ सितंबर 2016 में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। ईडी ने हुड्डा और अन्य के खिलाफ सीबीआई की एफआईआर के आधार पर आपराधिक मामला दर्ज किया था। कांग्रेस लगातार इस कार्यवाही को सियासी रंजिश बता रही है।
ये हैं आरोप | Manesar Land Scam
इस मामले में आरोप है कि अगस्त 2014 में निजी बिल्डरों ने हरियाणा सरकार के अज्ञात जनसेवकों के साथ मिलीभगत कर गुरुग्राम जिले में मानसेर, नौरंगपुर और लखनौला गांवों के किसानों और भूस्वामियों को अधिग्रहण का भय दिखाकर उनकी करीब 400 एकड़ जमीन औने-पौने दाम पर खरीद ली थी। कांग्रेस की तत्कालीन हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान करीब 900 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर उसे बिल्डर्स को औने-पौने दाम पर बेचने का आरोप है।
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