जाखल में डेंगू का लारवा मिलने पर 81 को थमाए नोटिस
(Malaria Dengue in Jakhal)
सच कहूँ/तरसेम सिंह जाखल। एक तरफ जहां कोरोना का खौफ लोगो में बरकरार है वहीं अब मच्छरजनित बीमारियां पनपने की आशंका भी बढ़ गई है। जिसमें मलेरिया-डेंगू एवं चिकनगुनिया शामिल हैं। जाखल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा
जून महीना मलेरिया महा के रूप में मनाया गया। जिसमें 37 लोगों को अभी तक नोटिस थमाए जा चुके हैं। लेकिन अब जुलाई महीना स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू महीने के रूप में मनाया जा रहा है। जिसमें सी एचसी के हेल्थ इंस्पेक्टर रमेश कुमार के नेतृत्व में घर-घर जाकर डेंगू के लारवे की पहचान की जा रही है।
उनके साथ टीम में शामिल सदस्य सोनू, जीवन सिंह, अजय कुमार, विजय कुमार, रमनप्रीत सिंह, गगनदीप और गुरप्यार सिंह एचएसएल और आशा वर्कर कार्यकर्ता भी लोगों को जागरूक कर रही है। एक जुलाई से लेकर 15 जुलाई तक 81 घरों में डेंगू का लारवा पाया जा चुका है। फिलहाल इन सभी लोगों को नोटिस थमाए गए हैं। वहीं विभाग द्वारा कहा गया है कि दोबारा से लारवा मिला तो कानूनी कार्रवाई होगी।
रैपिड फीवर सर्वे शुरू करने के दिए गए है निर्देश
अभी तक जाखल में मलेरिया-डेंगू व चिकनगुनिया का कोई केस नहीं मिला है। हरियाणा में कई जगह मलेरिया-डेंगू के केस मिलने शुरू हो गए हैं। इस बारे में पंचकूला हेड क्वार्टर से वीबीडी की ओर से आदेश जारी किए गए हैं। इसके तहत खंड में रैपिड फीवर सर्वे शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। मौसम में बदलाव के चलते इन मच्छरजनित बीमारियों की आशंका बढ़ गई है। इसी मौसम में लारवा पनपता है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से एसएमओ, बहुउद्देशीय कर्मचारियों एवं फील्ड कर्मियों को रैपिड सर्वे करने के आदेश जारी किए हुए हैं। ताकि क्षेत्र में कोई डेंगू जैसी महामारी न फैले।
अक्तूबर तक होगी मरीजों की जांच
इस रैपिड फीवर सर्वे में विभाग द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक घर या ढ़ाणी और शहर के वार्डों एवं
प्रत्येक कॉलोनियों में अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान अक्तूबर माह तक चलेगा। इस दौरान बुखार मिलने पर संदिग्ध मरीजों की जांच की जाएगी और उनका स्लाइड सैंपल टेस्ट किया जाएगा।
गांव की अपेक्षा शहरी क्षेत्र में मिल रहा अधिक लारवा
अबकी बार गांव में रहने वाले लोग अधिक सतर्क ता बरत रहे हैं। गांवों की अपेक्षा शहरी क्षेत्र में लारवा पनपने की आशंका बढ़ गई है। वरना पहले गांवों में ही अधिक लारवा मिलता था। जाखल नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर-2 में सबसे अधिक नोटिस दिए गए हैं और खंड का गांव चांदपुरा ऐसे क्षेत्र है, जहां पर लारवा नहीं मिला है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर में सर्वे पर अधिक जोर दिया जा रहा है।
क्या कहते हैं हेल्थ इंस्पेक्टर रमेश कुमार
इस बारे में जाखल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के हेल्थ इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने बताया कि उनकी ओर से 3849 घरों का सर्वे किया है जिसमें 1556 कूलर, 3002 पानी की टंकियां, 3863 गमले, 471 होदी, 3795 फ्रिज में लारवे की जांच की गई।
- लाडवा मिलने पर 81 घरों को नोटिस दिया गया है।
- डेंगू लारवा की पहचान के साथ-साथ लारवा मिलने पर उसको नष्ट किया जा रहा हैैैै
- साथ में रैपिड फीवर सर्वे शुरू किया गया है।
- गांव चांदपुरा में 43 स्लाइड सैंपल लिए गए हैं।
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