इन आर्ट्स में करियर (Career) के शानदार विकल्प हैं। लेकिन इस फील्ड में आगे बढ़ने के लिए कैंडिडेट्स में कुछ जरूरी स्किल्स जैसे क्रिएटिविटी, इमेजिनेशन का होना बहुत जरूरी है। यदि आपके अंदर ये क्वालिटी हैं, तो आपके लिए फाइन आर्ट्स कोर्स एक बढ़िया करियर विकल्प हो सकता है। इस फील्ड में करियर बनाने के लिए 12वीं के बाद फाइन आर्ट्स कोर्स की पढ़ाई कर सकते हैं। Career Advice
फाइन आर्टस पेंटिंग, ड्रॉइंग, मूर्तिकला, साहित्य, म्यूजिक, डांस, वास्तुकला और थिएटर का अध्ययन है। फाइन आर्ट एक ऐसा आर्ट फॉर्म है जो उसकी सुंदरता को दिखाता है। ग्रेजुएशन डिग्री पाठ्यक्रम के माध्यम से कैंडिडेट को विज्युअल और परफॉर्मिंग आर्ट की शिक्षा करवाई जाती है। यह डिग्री छात्रों को कलाकार बनने और कला के निर्माण से जुड़ी अन्य आवश्यक नियम, फैक्ट्स से रूबरू कराती है और प्रशिक्षण देती है।
बैचलर आॅफ फाइन आर्ट | Career Advice
बैचलर आॅफ फाइन आर्ट्स (बीएफए) में कला के बहुत से क्षेत्र समाहित हैं। इसमें छात्रों को चित्र, फोटोग्राफी, मूर्तिकला, फिल्म, वास्तुकला, आदि की शिक्षा दी जाती है। यह सभी कोर्स छात्र 12वीं के बाद कर सकते हैं। देश के ज्यादातर शैक्षणिक संस्थानों में बीएफए चार सालों का कोर्स होता है और इसके पहले दो साल में छात्रों को विजुअल आर्ट के सभी विषयों की जानकारी दी जाती है, इसके बाद आपको स्पेशलाइजेशन के रूप में एक विषय चुनना होता है।
इन क्षेत्रों में कर सकते हैं मास्टर डिग्री
फाइन आर्ट ग्रेजुएशन डिग्री से एक्टिंग, म्यूजिकल थिएटर, सेरेमिक, कंप्यूटर एनीमेशन, क्रिएटिव राइटिंग, डांस, ड्रामेटिक राइटिंग, ड्राइंग, फाइबर, फिल्म प्रोडक्शन, विजुअल इफेक्ट, एनीमेशन, ग्राफिक डिजाइन, इल्यूस्ट्रेशन, इंडस्ट्रियल डिजाइन, विजुअल आर्ट, टेक्नीकल आर्ट, इंटीरियर डिजाइन, मेटलवर्किंग, म्यूजिक, न्यू मीडिया, पेंटिंग, फोटोग्राफी, प्रिंटमेकिंग, मूर्तिकला, स्टेज मैनेजमेंट, टेलीविजन प्रोडक्शन जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं। ग्रेजुएशन आॅफ फाइन आर्ट्स के बाद मास्टर आॅफ फाइन आर्ट्स भी कर सकते हैं। इसके बाद पीएचडी या एमफिल करने के बाद टीचिंग के फील्ड में बेहतरीन अवसर मिलते हैं।
आवश्यक स्किल | Career Advice
यह एक ऐसा कोर्स है, जिसके लिए सिर्फ पढ़ना ही जरूरी नहीं है। इस कोर्स को करने और यहां करियर बनाने के लिए आपके अंदर कुछ स्किल का होना बहुत जरूरी है। आप में कला की अच्छी समझ के साथ कल्पनाशीलता और क्रिएटिविटी जैसी बेसिक स्किल होनी चाहिए। इसके अलावा थिंकिंग पावर और ड्राइंग, पेंटिंग, स्कैचिंग की अच्छी समझ होना जरूरी है। इस फील्ड में नए- नए एक्सपेरिमेंट करते रहना भी जरूरी है, जिससे आपकी कला का और विकास हो सके।
नौकरी के अवसर
आज फाइन आर्ट में अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं। वर्तमान में, भारत में युवा उच्च सैलरी, लोकप्रियता और प्रतिष्ठा पाने के लिए इस क्षेत्र का चयन कर रहे हैं। फाइन आर्ट ग्रेजुएट को विभिन्न क्षेत्रों जैसे आर्ट स्टूडियो, विज्ञापन कंपनियों, पब्लिशिंग हाउस, प्रोडक्ट डिजाइन, मैन्यूफैक्चरिंग डिपार्टमेंट, पत्रिकाओं, टेलीविजन, ग्राफिक आर्ट, टीचिंग, थिएटर प्रोडक्शंस और कई अन्य क्षेत्रों में करियर विकल्प मिलते हैं जो आर्ट डिपार्टमेंट से संबंधित हैं। फाइन आर्ट ग्रेजुएट कैंडिडेट डिजिटल डिजाइनर, ग्राफिक डिजाइनर, आर्टिस्ट विज्यूअलाइजिंग प्रोफेशनल्स, आर्ट प्रोफेशनल्स, इल्यूस्ट्रेटर्स, क्राफ्ट आर्टिस्ट, एनिमेटर, लेक्चरर, आर्ट म्यूजियम टेक्नीशियन, आर्ट कंजर्वेटर, आर्ट डायरेक्टर की नौकरी पा सकते हैं।
योग्यता: 10+2 परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवार फाइन आर्ट में ग्रेजुएशन की डिग्री के लिए पात्र होते हैं। फाइन आर्ट में ग्रेजुएट की डिग्री वाले उम्मीदवार फाइन आर्ट में मास्टर डिग्री के लिए पात्र होते हैं।
शिक्षण संस्थान | Career Advice
कला भवन, शांतिनिकेतन संगीत और ललित कला संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली सर जे जे इंस्टिट्यूट आॅफ एप्लाइड आर्ट्स, मुंबई दृश्य कला संकाय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी कला महाविद्यालय, दिल्ली
वेतन: फाइन आर्ट्स फील्ड में बेहतर करियर के लिए जरूरी है कि कैंडिडेट्स नए-नए एक्सपेरिमेंट करते रहें। इससे कला में पकड़ और ज्यादा मजबूत बनेगी। अगर आपके अंदर कला की अच्छी समझ विकसित हो गई, तो आप लाखों- करोड़ों रुपए कमा सकते हैं। फाइन आर्ट प्रोफेशनल की सैलेरी की बात करें, तो शुरूआती दौर में 15 से 20 हजार रुपये आसानी से मिल जाते हैं। जैसे-जैसे एक्सपीरियंस बढ़ता जाता है सैलेरी भी बढ़ती जाती है।
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