चरखी दादरी (इन्द्रवेश दुहन)। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन रविवार को 74वें दिन में प्रवेश कर गया है। आज चरखी दादरी में किसानों की महापंचायत होने जा रही है, जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी हुंकार भरेंगे। वहीं कंडेला महापंचायत की घटना से सबक लेते हुए सांगवान खाप ने महापंचायत के लिए पक्का मंच बनाया है। ईंट और मिट्टी के मंच पर अनेक लोग बैठ सकेंगे। इस दौरान आंदोलन की आगे की रणनीति पर चर्चा हो सकती है।
उन्होंने कहा कि 2 अक्टूर तक यदि सरकार ने हमारी मांगें नहीं मानी तो आंदोलन (Farmer Protest) देशभर में जाएगा। इसके लिये वे देशभर में भ्रमण करेंगे। सभी राज्यों का दौरा करके किसानों की समस्याओं को रखेंगे। हालांकि उन्होंने साफ किया कि यदि सरकार बातचीत के लिये बुलाएगी तो वे चर्चा के लिये भी तैयार है। उन्होंने कहा कि दरअसल केंद्र सरकार यदि नोटिस भेजकर हम किसानों को डराना चाहती है तो यह नहीं चलेगा।
महापंचायत में शिरकत से पहले टिकैत ने किसान क्रांति 2021 का भी ऐलान कर दिया। चक्काजाम के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत ने कहा कि अब हमारा लक्ष्य 40 लाख ट्रैक्टरों की रैली का है। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में 20 हजार ट्रैक्टरों की रैली निकाली थी। उन्होंने अपील की कि किसान अपने ट्रैक्टरों पर किसान क्रांति 2021 लिखें। इससे आप जहां भी जाएंगे, आपका सम्मान किया जाएगा।
टिकैत दिल्ली-एनसीआर के उन किसानों से भी मिले, जो नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के फैसले से नाराज हैं। बता दें कि ट्रिब्यूनल ने 10 साल पुराने डीजल वाहनों पर रोक लगाने के लिए कहा, जिसमें ट्रैक्टर भी शामिल हैं। टिकैत ने कहा, ‘खेतों में चलने वाले ट्रैक्टर अब दिल्ली में एनजीटी के दफ्तर पर भी दौड़ेंगे।