प्रदर्शन। पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, पानी की बौछारों से कई प्रदर्शनकारी घायल | Protest
- घायल अध्यापकों को अस्तपाल में करवाया भर्ती
संगरूर(सच कहूँ/गुरप्रीत सिंह )। आज शिक्षा मंत्री विजैइन्दर सिंगला की कोठी का घेराव करने जा रहे बेरोजगार टैट पास (Protest) अध्यापकों को पुलिस बल का प्रयोग करना पड़ा, जिस कारण कई प्रदर्शनकारी अध्यापक घायल हो गए। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारों का प्रयोग भी करना पड़ा। जानकारी मुताबिक पिछले ढाई महीनों से जिला प्रशासनिक कॉम्प्लैक्स आगे पके -मोर्चे लगा कर संघर्ष कर रहे टैट पास बेरोजगार बीएड व ईटीटी अध्यापकों ने लगभग दो दर्जन संघर्षशील किसान, मजदूर, नौजवान, विद्यार्थी, कर्मचारी व अन्य संगठनों के सहयोग के साथ शिक्षा मंत्री विजैइन्दर सिंगला की कोठी के आगे सांझा रोष प्रदर्शन किया।
जब बेरोजगार अध्यापकों का काफिला मंत्री की कोठी नजदीक पहुंचा तो बैरीकेडिंग आगे पुलिस और बेरोजगार अध्यापकों के बीच टकराव हो गया, जिस दौरान जमकर लाठियां चली, पानी की बौछारों के द्वारा बेरोजगार अध्यापकों को खदेड़ा गया, बेरोजगार अध्यापकों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए, जिस दौरान लगभग कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए। बेरोजगार अध्यापकों राजवीर कौर, अमनदीप कौर जसवीर कौर, गुरजीत कौर, प्रदीप सिंह गुरप्रीत सिंह को घायल होने के कारण अस्पताल में दाखिल करवाया गया।
तानाशाही नीति अपना रही सरकार : अध्यापक| Protest
प्रदर्शनकारियों के जनसमूह को संबोधित करते टैट पास बेरोजगार बीएड अध्यापक यूनियन के प्रधान सुखविन्दर ढिल्लवां, बेरोजगार ईटीटी अध्यापक यूनियन के प्रधान दीपक कम्बोज ने कहा कि संघर्ष कर रहे बेरोजगार अध्यापकों की मांगें मानने की बजाय सरकार जबर के रास्ते चली हुई है। जो कोई शर्तों पर बीएड /ई.टी.टी और टैट करवाए गए थे, अब नौकरी के लिए शर्तें बदलकर उम्मीदवारों को अयोग करार दिया है।
- नेशनल कौंसिल आफ टीचर्ज एजुकेशन के नियमों मुताबिक बारहवीं पास और ईटीटी उम्मीदवार नौकरी के लिए योग्य है,
- परंतु अब भर्ती के लिए ग्रेजुएशन की शर्त मढ़ दी गई है, ग्रेजुएशन 45 /50 प्रतिशत अंकों के साथ बीएड करवाने बाद में सभी योग्यताएं पुरी करते उम्मीदवारों पर 55 प्रतिशत शर्त मढ़ी जा रही है, जो सरासर तानाशाही है।
- बीएड व ईटीटी की 30 हजार पदों का विज्ञापन जारी करने की मांग करते नेताओं ने नई भर्ती शर्तों से पीड़ित हो कर आत्महत्या कर गए बेरोजगार अध्यापक जगसीर सिंह मानसा के परिवार को 10 लाख रूपये मुआवजा और परिवार को एक नौकरी देने की भी मांग की।
ढाई महीनों से संघर्ष कर रहे बेरोजगार अध्यापक | Protest
संघर्ष का समर्थन करने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन -उगराहां के सुखपाल सिंह कणकवाल, भारतीय किसान यूनियन -डकौंदा के मनजीत धनेर, क्रांतिकारी किसान यूनियन के, पंजाब किसानयूनियन के सुखदेव, डेमोक्रेटिक कर्मचारी के अध्यापक संघर्ष समिति के देवी दयाल, आदि ने संबोधित करते मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, शिक्षा मंत्री विजैइन्दर सिंगला को तानाशाह करार दिया, जो ढाई महीनों से संघर्ष कर रहे बेरोजगार अध्यापकों की मांगें मानने की बजाय जबर के रास्ते चली हुई है।
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