माता गुरनाम कौर स्मृति नामचर्चा में जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित
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धन ओन्हा प्रेमियां दे जिन्हा गुरू नाल प्रीत निभाई
पीलीबंगा (सच कहूँ/मंजू राजपुरोहित) मां का कर्ज कोई चुका नहीं सकता। माँ पूरे परिवार को नेक कार्यों में लगाकर उनके जीवन को संवारने का काम करती है। ऐसे ही देहदानी माता गुरनाम कौर (Mata Gurnam Kaur) इन्सां ने न केवल स्वयं को पूरी जिंदगी सतगुरू के चरणों से जोड़े रखा बल्कि पूरे परिवार को नेकी की राह पर चलने की सीख देते हुए मुर्शिद के वचनों पर चलने तथा नाम, सेवा, सुमिरन तथा परमार्थ करने का संदेश दिया तथा डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा पर चलते हुए लिए गए संकल्प अनुसार निधन के बाद रिसर्च के लिए झज्जर के मेडिकल कॉलेज को अपनी देहदान की।
यहां गंगा पैलेस में बुधवार को 103 वर्षीय देहदानी माता गुरनाम कौर इन्सां की स्मृति में हुई शोकमयी नामचर्चा में राजस्थान राजनीतिक विंग की 45 सदस्यीय कमेटी के सम्पूर्ण सिंह इन्सां ने यह बात कही। सम्पूर्ण सिंह ने कहा कि माता गुरनाम कौर इन्सां ने मुर्शिद के वचनों को आत्मसात करते हुए मरणोपंरात अपनी देहदान कर पुनीत कार्य किया तथा समाज के लिए एक मिशाल कायम की।
उन्होंने सतगुरू के वचनानुसार माँ-बाप की सेवा करने पर जोर दिया। पंजाब की 45 सदस्यीय कमेटी के राम सिंह ने माँ की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि माँ का कर्ज कभी चुकाया नहीं जा सकता। माता गुरनाम कौर इन्सां अपनी स्वांसों रूपी पंूजी नाम, सेवा व सुमिरन में खर्च करते हुए अंत समय सतगुरू के चरणों में जा विराजी।
धन्य है ऐसी माँ, जिसने अपना पूरा जीवन डेरा सच्चा सौदा की मर्यादा अनुसार बिताते हुए पूरे परिवार को मुर्शिद जी से जोड़े रखा। हरियाणा की 45 सदस्यीय कमेटी के पुरूषोतम टोहाना ने कहा कि माता गुरनाम कौर की दी हुई शिक्षा से रणजीत सिंह इन्सां व उनका पूरा परिवार दिन रात मानवता भलाई की सेवा में लगे हुए हैं। उन्होंने दुख: की घड़ी में इस असहनीय क्षति को सहन करने की क्षमता प्रदान करने के लिए सतगुरू जी से प्रार्थना की।
डेरा सच्चा सौदा प्रबंधक कमेटी के सीनियर वाईस चेयरमैन जगजीत सिंह इन्सां ने कहा कि माता गुरनाम कौर इन्सां ने पवित्र ग्रन्थों की वाणी का अनुसरण करते हुए पूर्ण गुरू से नाम की दात प्राप्त की तथा अपने जीवन को सुंदर बनाने का काम किया।
प्रबंधक कमेटी के सत् ब्रहाचारी सेवादार मोहनलाल इन्सां ने माता गुरनाम कौर (Mata Gurnam Kaur) इन्सां के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि माता ने सतगुरू के वचनों पर चलते हुए अपना वायदा पूरा किया तथा मरणोपंरात देहदान कर समाज के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया। राजस्थान राजनीतिक विंग 45 सदस्यीय कमेटी के रणजीत सिंह इन्सां ने भी भावुक मन से अश्रुपूरित नेत्रों के साथ अपनी पूजनीय माता जी के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित किए।
रणजीत सिंह ने कहा कि माँ का देन कोई नहीं दे सकता। ऐसी ही थी उनकी माँ गुरनाम कौर इन्सां। जिसने जीवन भर पूरे परिवार की देखभाल की तथा अंत समय में सतगुरू के चरणों से ओड़ निभा गई। राजस्थान की 45 सदस्यीय कमेटी के गोपाल इन्सां व ब्लॉक भंगीदास सतीश मितल इन्सां ने भी अपने विचार रखे। नामचर्चा में माता गुरनाम कौर की स्मृति में रणजीत सिंह इन्सां परिवार की ओर से सात जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित किया गया।
नामचर्चा में डेरा सच्चा सौदा प्रबंधक कमेटी के मोहन लाल इन्सां, भोला सिंह, नवजोत सिंह, वाइस चेयरमैन जगजीत सिंह इन्सां, गुरबाज सिंह, रामसिंह पंजाब, कृष्णलाल चौहान, गुरमेल सिंह, गुरसेवक सिंह, पुरूषोत्तम टोहाना इन्सां, सुरेश टोहाना, सुखवीर सिंह, भीम सिंह, सम्पूर्ण सिंह, गोपाल इन्सां, सुमन कामरा, गुरबख्श सिंह, गोकुल इन्सां, सोहनलाल पटवारी, जसपाल सिंह, मोहनलाल घेऊ, योगेश इन्सां, सुखनाम सिंह, ओमप्रकाश, श्यामलाल, अजय इन्सां, खुशहाल इन्सां, विजय इन्सां दिल्ली, पूर्व सांसद भरतराम मेघवाल, भूतपूर्व विधायक हरचंदसिंह सिद्धू, अग्रवाल सभा अध्यक्ष पी.के. सिंगला, हरचरण सिंह इन्सां, पूर्व पार्षद गुलाब बंसल, फकीरचंद इन्सां, रवि ग्रोवर, नगर भंगीदास टहल सिंह इन्सां, पूर्व ब्लॉक भंगीदास बसंतसिंह इन्सां, जसकरण सिंह इन्सां, मास्टर मोमन राम इन्सां, किरयाना यूनियन के चुन्नीलाल सहित लालगढ़, सादुलशहर, रावतसर, श्री विजयनगर, टिब्बी, पक्का सारणा, हनुमानगढ़, संगरिया, श्रीगंगानगर, केसरीसिंहपुर, सूरतगढ़, श्री गुरूसर मोडिया, पदमपुर व सहजीपुरा सहित अन्य ब्लॉकों के सेवादारों व डेरा अनुयायियों ने माता गुरनाम कौर इन्सां के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए उनके चित्र के सामने पुष्प अर्पित किए।
नामचर्चा में ब्लॉक भंगीदास सतीश मितल इन्सां ने विभिन्न संगठनों की ओर से माता गुरनामकौर इन्सां के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए सांत्वना रूपी शब्द पढ़कर सुनाए।
इससे पूर्व गोलूवाला के डेरा अनुयायी रणजीत सिंह इन्सां ने मिलता है सच्चा सुख केवल सतगुरू जी तु़म्हारे चरणों में विनती शब्द सुनाकर नामचर्चा की शुरूआत की। तदुपरांत डेरा अनुयायी कपिल इन्सां, अमित इन्सां हनुमानगढ़, अशोक इन्सां, भगवानदास इन्सां, गुरचरण सिंह इन्सां, जीत सिंह इन्सां, भोला सिंह इन्सां, मेजर सिंह रसालिया इन्सां ने भजनों के माध्यम से सतगुरू जी का बखान किया।
नामचर्चा में बड़ी स्क्रीन के माध्यम से पूज्य एमएसजी के वचनों को बड़ी संख्या में उपस्थित साध-संगत ने बड़े ध्यानपूर्वक सुना तथा अपने जीवन को सफल बनाया। उल्लेखनीय है कि माता गुरनाम कौर इन्सां के मरणोपरांत परिजनों ने उनकी इच्छा को सम्मुख रखते हुए उनकी देह रिसर्च के लिए दान में दी।
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