टीम ने घटनास्थल का जायजा लेते हुए इलाके के लोगों से की बातचीत
- हादसे संबंधी किसी भी तरह का सबूत मिलने पर जांच टीम के साथ सम्पर्क करने के लिए कहा
लुधियाना। (सच कहूँ/जसवीर गहल/वणरिंद्र मणकू) महानगर के ग्यासपुरा में सोमवार को एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) की टीम पहुंची। (Ludhiana Gas Leak) टीम के सदस्यों ने 8 दिन पहले रविवार सुबह हुए गैस लीक कांड मामले में पड़ताल की। इलाके में चल रही अवैध केमिकल इंडस्ट्रीज को लेकर अधिकारियों ने पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) और निगम अधिकारियों की क्लास भी लगाई। एनजीटी ने इस मामले में 8 मेंबरी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की हुई है। जो 30 जून तक रिपोर्ट सौंपेगी। टीम की अगुआई पंजाब पॉल्यूशन बोर्ड के चेयरमैन करेंगे।
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कमेटी में केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के नॉर्थ रीजनल डायरेक्टर, इंडस्ट्रियल टॉक्सिकोलॉजी रिसर्च सेंटर, पीजीआई चंडीगढ़ के डायरेक्टर, एनडीआरएफ पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक लुधियाना व नगर निगम कमिश्नर डॉ. सेना अग्रवाल लुधियाना शामिल हैं। (Ludhiana Gas Leak) टीम के सदस्यों ने जिस जगह से गैस लीक हुई उस सीवरेज की भी पड़ताल की। इलाके के लोगों से भी टीम के सदस्यों ने बातचीत कर एरिया में चल रही अवैध केमिकल इंडस्ट्रीज के बारे में जानकारी हासिल की। लोगों ने भी खुल कर अपनी समस्याएं उन्हें बताई। मृतकों के परिवारों से टीम ने काफी देर पूछताछ की ताकि हादसे के दिन की जानकारी जुटाई जा सके।
जिस जगह पर सीवरेज से एच2एस गैस रिसाव हुआ उस एरिया के में कई ऐसे इंडस्ट्रीज चल रही हैं जिसके पास ट्रीटमेंट प्लांट तक नहीं लगा है। वह लोग रात के समय या बरसात होने पर केमिकल युक्त पानी सीवरेज में बहा देते हैं। बताया जा रहा है कि फिलहाल अभी 3 ऐसी इंडस्ट्रीज को पीसीबी ने सील किया है, जिनमें अवैध गतिविधियां चल रही थी। तीनों इंडस्ट्रीज घटना स्थल वाली जगह से 400 से 500 मीटर दायरे में है। बता दें कि लुधियाना के गैस लीक कांड में 11 लोगों की मौत हो गई थी।
सबूत मिले तो जमा करवाओ: विग
पैनल के प्रमुख डॉ. आदर्श पाल विग ने मौजूद लोगों से अपील की कि वह गैस लीक हादसे संबंधी किसी भी तरह के सुबूत जो उनके पास मौजूद हैं, कमेटी में जमा करवाएं, जिससे जांच में सहयोग होगा। डॉ. विग ने कहा कि पैनल एक विस्तरित व तथ्यों पर आधारित रिपोर्ट तैयार करेगा ताकि भविष्य में ऐसा कोई दु:खद हादसा घटित न हो।
आरोप सरासर गलत: उद्योगपति
एनजीटी टीम को मिलने पहुंचे कारोबारियों ने कहा कि बिना किसी कारण ही उद्योग पर आरोप लगाए जा रहे हैं, जो कि सरासर गलत है। (Ludhiana Gas Leak) उन्होंने कहा कि उनको जांच में पूरा सहयोग देने की बात कही जा रही है, लेकिन जिस तरह फैक्ट्रियों पर छापेमारी किए जाने की बात कही जा रही है, इससे फैक्ट्रियों में काम करते मजदूर घबरा जाएंगे, जिससे उनका काम भी प्रभावित होगा। कारोबारियों ने कहा कि वह यहां अपना पक्ष रखने के लिए आए हैैं लेकिन उनको अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया जा रहा।