गेहूं सीजन व गर्मी के कारण चुनाव प्रचार की रफ्तार धीमी

lok sabha election 2019

मौसम विभाग ने आगामी दो दिनों दौरान बठिंडा, मानसा व श्री मुक्तसर साहब में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार के साथ धूल भरीं हवाएं चलने का लगाया अनुमान

बठिंडा(अशोक वर्मा)। दिन प्रतिदिन बढ़ रही गर्मी व गेहूं के सीजन कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लोकसभा मतदान के (lok sabha election 2019) लिए चुनाव प्रचार की रफ़्तार धीमी चल रही है हालांकि सभी ही राजनैतिक पार्टियों के नेता चुनाव प्रचार में एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। परंतु गांवों में किसान अपनी फसल को संभालने में अधिक प्राथमिकता दे रहे हैं। किसानों का कहना है कि उनके लिए वोटों की जगह फसल की बेच व आगे वाली फसल की तैयारी को पहल देना है। किसानों को मौसम का डर भी सता रहा है। जो कि लगातार रंग बदल रहा है।

मौसम विभाग ने अगले दो दिनों दौरान तेज आंधी व गरज चमक की संभावना अभिव्यक्त की है । मौसम विभाग अनुसार गतदिवस बठिंडा का तापमान 41.1 डिग्री सैल्सियस रिकार्ड किया गया था जो कि सप्ताह पहले के 28 डिग्री सेल्सियस की अपेक्षा 13 डिग्री अधिक है। मौसम विभाग ने 19 अप्रैल को भी 23 व 24 अप्रैल को क्रमवार 34 और 36 डिग्री सैल्सियस तापमान रहने सम्बन्धित जानकारी दी की थी परंतु अनुमानों को दरकिनार करते तापमान एकदम आसमान पर पहुंच गया।

गतदिवस दोपहर के समय के मौसम को देखें तो तापमान 41 डिग्री से कहीं अधिक लग रहा था। मौसम वैज्ञानिक डॉ. सुरिन्दर कुमार ने बताया कि आगामी दो दिनों दौरान बठिंडा, मानसा व श्री मुक्तसर साहब जिले में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार के साथ धूल भरीं हवाएं चल सकती हैं और बादलों के गरजने व चमकने का अनुमान है।

उधर लोक सभा मतदान के लिए वोटों के लिए केवल तीन सा सप्ताहों का ही समय शेष रह गया है और नेताओं ने भाग दौड़ शुरु कर दी है परंतु चुनाव प्रचार शिखर पर पहुंचने की जगह धीमा दिखाई दे रहा है, जिसका मुख्य कारण किसानों और मजदूरों का खेतों में काम में व्यस्त होना माना जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में चुनाव प्रचार की कमी दिखाई देने की दूसरी सबसे बड़ी वजह किसी भी पार्टी की ओर से झंडे और बैनर खुल कर न लगाना है जबकि रिक्शों आदि पर भी झंडियां व अन्य साधनों की अनुपस्थिति के कारण भी प्रचार की कमी चुभती है।

मंडियों में गेहूं के लगे अम्बार

बठिंडा जिले की अनाज मंडियों में एकदम 107948 मीट्रिक टन गेहूं पहुंच गई है, जिसमें से 37156 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है व 2811 मीट्रिक टन गेहूं की लिफ्टिंग हो चुकी है। डिप्टी कमिशनर बठिंडा बी श्रीनिवासन का कहना था कि नमी की मापदण्डों अनुसार ही जांच की जा रही है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वह मंडियों से में सूखी गेहूं ही लाएं, जिससे उनको फसल बेचने के लिए किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

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