पहले लॉकडाउन ने मारा, अब टिड्डी दल का खतरा

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किसान लगा रहे कृषि विभाग कार्यालय के चक्कर

भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश दुहन)। साहब, पहले तो लॉकडाउन ने किसानों पर मार की, अब टिड्डी दल का खतरा मंडरा रहा है। अगर टिड्डी दल उनके खेत में घुस गया तो वे कहीं के नहीं रहेंगे। ऐसे में आप ही कुछ उपाय करें, ताकि हमारी खेती बच सके और गुजारा हो सके। कुछ इस तरह के सवाल लेकर किसान कृषि विभाग के कार्यालय में पहुंच रहे हैं। किसान कृषि अधिकारियों से टिड्डी दल से खेती के बचाव के लिए जानकारी ले रहे हैं। हालांकि सरकार द्वारा दादरी जिला में टिड्डी दल को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। डीसी की अध्यक्षता में जिला स्तर पर निगरानी कमेटी का गठन किया गया है।

दादरी जिला में अलर्ट जारी, गांव स्तर पर बनाई कमेटियां

वहीं प्रशासन व कृषि विभाग द्वारा संयुक्त रूप से गांव स्तर पर कमेटियां बना दी हैं। गांव स्तर पर बनाई कमेटी में कृषि विकास अधिकारी, सरपंच, नंबरदार, चौकीदार को शामिल किया गया है। जहां भी टिड्डी दल आने की संभावना होगी, वहां की कमेटी द्वारा प्रशासन को अवगत करवाते हुए टिड्डी दल को भगाने में अहम भूमिका निभाएंगे। कृषि विभाग कार्यालय पहुंचे किसान ओमप्रकाश, महावीर, जयभगवान, सतीश, धर्मबीर इत्यादि ने बताया कि लॉकडाउन के कारण किसान की कमर पहले ही टूट चुकी है।

अब किसी तरह अपनी खरीफ की खेती लगाई है तो टिड्डी दल का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में सरकारी व प्रशासन को समाधान के लिए ठोस उपाय करने चाहिए। ताकि उनकी खेती बचाई जा सके। वे यहां कृषि अधिकारियों से जानकारी लेने आए हैं कि टिड्डी दल से खेती को कैसे बचाया जा सकता है। कृषि विभाग के एसडीओ डॉ. कृष्ण कुमार ने बताया कि जिला में टिड्डी दल से खेती को बचाने के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर कृषि विभाग द्वारा पुख्ता इंतजाम किए हैं। जिला व गांव स्तर पर कमेटियों का गठन किया जा चुका है। अगर कहीं टिड्डी दल आने की संभावना है तो किसान तुरंत प्रशासन व विभाग को सूचना दें। ताकि समय रहते टिड्डी दल को भगाया जा सके।

टिड्डी दल की सूचना के लिए सरपंचों के बनाए वट्सअप गु्रप

टिड्डी दल से निपटने के लिए कृषि विभाग ने विशेष कार्य योजना तैयार की है। उपायुक्त अजय कुमार के निर्देशानुसार कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने जिला में खंड स्तर पर सरपंचों के वट्एअप ग्रुप बनाए हैं, ताकि टिड्डी दल के प्रवेश पर तुरंत एक-दूसरे को सूचना दी जा सके, जिससे उस पर नियंत्रण किया जा सके। कृषि विभाग के लोहारू के अलावा सिवानी व बहल खंड स्तर पर टिड्डी दल से बचाव के लिए 100-100 लीटर दवाई रखवाई है। इसके अलावा दवाई के छिड़काव के लिए ट्रैक्टर मशीनों की सूची तैयार की गई है।

विभाग के अधिकारी राजस्थान के अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क में हैं। कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. प्रताप सिंह सभ्रवाल ने बताया कि जिला में प्रत्येक गांव स्तर पर कमेटियों को गठन किया जा चुका है, जिसमें संबंधित गांव के कृषि विकास अधिकारी, पटवारी व ग्राम सचिव शामिल हैंं। उन्होंंने बताया कि टिड्डी दल से निपटने के लिए लोहारू में हैफेड में 200 लीटर क्लोरोफायरीफोस दवाई रखवा दी गई है, जिसे जरूर पड़ने पर लिया जा सकता है। दवाई का छिड़काव ट्रैक्टर के द्वारा स्प्रे के माध्यम से किया जाएगा।

 

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