पुलिस-प्रशासन को भी गाँव में नहीं घुसने दिया जाएगा
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गाँव में कोविड सेंटर करवाया बंद
हांसी। एक तरफ जहां गाँवों में दिन-ब-दिन कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने की खबरें आ रही हैं। वहीं हिसार जिले में हाँसी कस्बे के मसूदपुर गाँव की पंचायत ने ऐलान किया है कि लॉकडाउन का किसी भी सूरत में पालन नहीं किया जाएगा। पुलिस-प्रशासन के किसी भी अधिकारी को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा।
दो दिन पहले हिसार में किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में मंगलवार को गांव में महापंचायत हुई। इसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। पंचायत के फैसले के मुताबिक गांव में कोई भी व्यक्ति लॉकडाउन का पालन नहीं करेगा। कोई दुकानदार दुकान बंद नहीं करेगा। पुलिस या अन्य कोई भी प्रशासनिक अधिकारियों को गांव में आने की इजाजत नहीं होगी। अगर कोई जबरदस्ती आएगा तो वो मारपीट का खुद जिम्मेदार होगा।
इस काम के लिए 25 व्यक्तियों का एक ग्रुप बस स्टैंड पर तैनात रहेगा और पूरा गांव लठ लिए अलर्ट रहेगा। इस चेतावनी के साथ ही गांव में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बनाए गए कोविड केयर सेंटर को भी बंद कर दिया गया है। इस सेंटर के बारे में स्वास्थ्य विभाग के एक अफसर का कहना है कि गांव के लोगों की सेहत की चिंता के चलते यहां एक आइसोलेशन सेंटर बनाया गया था। गांव में कोरोना संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, वहीं मौजूदा समय में भी 5 एक्टिव केस हैं।
वहीं ग्रामीण गांव में कोरोना संक्रमण की बात को झूठा करार दे रहे हैं। उनका दावा है कि गांव में कोरोना का एक भी केस नहीं है। जबरन यहां यह सेंटर स्थापित कर रखा था। गांव में पास के गांवों से लाए जाने वाले मरीजों की वजह से बुरा असर पड़ेगा। इसके अलावा ग्रामीण सरकारी व्यवस्था के विरोध के कई तरह के कारण बता रहे हैं, लेकिन सूत्रों के मुताबिक सबसे अहम् वजह सिर्फ और सिर्फ किसान आंदोलन को समर्थन करना है।
ग्रामीणों से बात करेंगे : एसपी
हांसी की एसपी नीतिका गहलौत ने कहा कि मसूदपुर में ग्रामीणों के द्वारा प्रशासनिक कोशिशों का विरोध किए जाने का मामला सामने आया है। उनके बात करके जाना जाएगा कि कहां परेशानी है और हर हाल में माहौल को बनाए रखने की कोशिश की जाएगी।
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