लॉकडाउन: सरकार की अपील का शिक्षण संस्थानों पर नहीं पड़ रहा असर, रोजाना आ रहे मैसेज

3 महीने की एडवांस फीस मांग रहे स्कूल

चंडीगढ़(अश्वनी चावला/सच कहूँ)। Haryana Ki Taza Khabar: प्राइवेट स्कूल संस्थान से सरकार की बार-बार अपील करने के बावजूद भी वे अभिभावकों से विद्यार्थियों की एडवांस फीस मांगने को लेकर बाज नहीं आ रहे हैं। हैरानी तो इस बात की है कि जहां सरकार सभी प्राइवेट स्कूल संस्थान को लॉकडाउन तक फीस नहीं मांगने की हिदायतें जारी कर रही है। वहीं हिदायतों से बेखौफ प्राइवेट स्कूल न सिर्फ एक माह बल्कि तीन-तीन महीने की एडवांस फीस भरने के लिए अभिभावकों को लगातार मैसेज भिजवा रहे हैं। ऐसे में अभिभावक खुद परेशान हैं कि वे सरकारी आदेश को देखें या फिर बच्चों का नाम कटने से बचाने के लिए स्कूल की मानें। इसी कशमकश में बात मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तक पहुंच चुकी है।

अभिभावकों की मदद को सीएम मनोहर लाल खट्टर आए आगे, स्कूलों को दी सख्त चेतावनी

इस बारे में जानकारी मिलने के पश्चात मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बिना देरी किए शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से लेकर जिला शिक्षा अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए। निर्देशों के अनुसार सभी जिला शिक्षा अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी स्कूल लॉकडाउन खुलने से पहले किसी भी तरह अभिभावकों से फीस वसूलने की कार्रवाई न करें अन्यथा ऐसे प्राइवेट स्कूल पर कार्रवाई से लेकर उनकी मान्यता रद्द करने तक का फैसला सरकार ले सकती है। जानकारी अनुसार 22 मार्च के पश्चात हरियाणा प्रदेश में लगातार लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है, जिस कारण एक तरफ कारोबारियों के कारोबार बंद है तो वहीं छोटे व्यापारियों का व्यापार भी पूरी तरह से अभी तक नहीं चल रहा है।

जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश-कोई स्कूल न मांगे लॉकडाउन खुलने तक फीस

इस दौरान जितने भी जमा पूंजी हरियाणा के कारोबारियों व व्यापारियों के साथ ही आम लोगों के पास पड़ी थी, वह आजकल गुजर-बसर करने में खर्च हो रही है। ऐसे हालात में केन्द्र सरकार के निर्देशों पर सभी बैंकों ने अपनी ईएमआई अगले 3 महीने के लिए टाल दी है। वहीं स्कूलों को भी इन दिनों एडवांस फीस नहीं लेने की गुजारिश की गई थी।

इसी गुजारिश के चलते हरियाणा के मुख्यमंत्री की तरफ से पिछले दिनों उच्च अधिकारियों को आदेश दिए गए थे कि वे पत्र जारी करें कि प्रदेश के सभी प्राइवेट स्कूल संस्थान किसी भी विद्यार्थी के अभिभावक को एडवांस फीस देने के लिए बाध्य नहीं करेंगे और जैसे ही स्थिति में सुधार आता है उसके अनुसार वे अभिभावकों से अपनी फीस ले सकते हैं। हरियाणा सरकार को पूरी उम्मीद थी कि उनकी तरफ से की गई इस गुजारिश को शिक्षा संस्थान मानते हुए किसी भी अभिभावक से एडवांस फीस की मांग नहीं करेंगे। परंतु हरियाणा में बिल्कुल इसके उलट हो रहा है। प्राइवेट स्कूल संस्थान की तरफ से ज्यादातर अभिभावकों को मैसेज भेजते हुए उन्हें तिमाही फीस भरने के लिए प्रेशर डाला जा रहा है।

 

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