लस्सी , नींबू पानी का अधिक सेवन करे, बेवजह बाहर न निकले हल्के सूती वस्त्र पहने – एडीसी
सचकहूँ / कुलदीप नैन
धमतान साहिब। Heat Wave: इलाके में मंगलवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले दो दिन से आसमान से बरस रही आग और लू के थपेड़ों के साथ चल रही गर्म हवाओं ने लोगो का घरों से निकलना मुश्किल कर दिया। भीषण गर्मी से सभी लोग बेहाल दिखे। अधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर सन्नाटा दिखा।
मौसम बार-बार बदल रहा है। पिछले दिनों कभी बादल तो कभी धूप निकलने का सिलसिला जारी रहा। ऐसे मौसम के बीच तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। इससे गर्मी से कुछ राहत मिली, लेकिन अब गर्म हवाओं ने सबका जीना मुहाल कर दिया है। बिजली कटने के बाद घरों में भी लोगों को चैन नहीं मिल पा रहा है। गांवों में तो लोग गर्मी से निजात पाने के लिए पेड़ों के छांव को सहारा ले रहे हैं। Heat Wave
शुक्रवार को तापमान 42 और न्यूनतम 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बदन झुलसा देने वाली गर्मी से हर जनमानस के साथ ही पशु पक्षी भी परेशान हैं। जो लोग पैदल या फिर बाइक से किसी काम के लिए घरों से निकले तो वह अपने चेहरे को अच्छी तरह से ढके हुए थे, ताकि लू का असर न पड़े। दोपहर 12 बजे से शाम पांच बजे तक तो गलियों, सड़को, बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। गर्मी का पशु पक्षियो पर भी प्रभाव देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों इलाको में लोग अपने पशुओं को गर्मी से बचाने के लिए गाँवो में बने तालाबो पर लेकर जा रहे है।
गर्मी से बचाव के लिए इन बातों पर करे अमल | Heat Wave
अतिरिक्त उपायुक्त डॉ हरीश वशिष्ठ ने आमजन से आह्वïान किया कि वे इस गर्मी के मौसम में अपना बचाव रखे। उन्होंने बताया कि लू से बचाव के लिए गर्मी में हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें, अपना सिर ढककर रखें, कपड़े, हैट अथवा छतरी का उपयोग करें, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं-भले ही प्यास न लगी हो, ओआरएस (ओरल रीहाइड्रेशन सॉल्यूशन), घर में बने पेय जैसे लस्सी, नींबू पानी आदि का सेवन कर तरोताजा रहें।
बच्चों को वाहनों में छोडकर न जाएं उन्हें लू लगने का खतरा हो सकता है, नंगे पांव बाहर न जाएं, गर्मी से राहत के लिए हाथ का पंखा अपने पास रखें, काम के बीच में थोड़ा-थोड़ा विश्राम लें, खेत खलीहान में काम कर रहे हैं तो समय-समय पर पेड़ या छाया में ही आसरा लें। गर्मी के मौसम में जंक फूड का सेवन न करें। ताजे फल, सलाद तथा घर में बना खाना खाएं। खासतौर से दोपहर 12 बजे से सायं 4 बजे के बीच धूप में सीधे न जाए। यदि बच्चे को चक्कर आए, उल्टी घबराहट अथवा तेज सिरदर्द हो, सीने में दर्द हो अथवा सांस लेने में कठिनाई हो तो चिकित्सक को दिखाएं