जालंधर (सच कहूँ न्यूज)। शहर के रिहायशी लम्मा पिंड इलाके में वीरवार को घुसे तेंदुआ ने करीब 14 घंटे तक उत्पात मचाया। इस दौरान घबराए जानवर ने 4 लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। शाम करीब चार बजे आधे-अधूरे जाल से बचकर भागने के बाद वह इधर-उधर भागता रहा। मौके पर भारी भीड़ जमा होने से वन विभाग की टीम को उसे पकड़ने में नाकाम रही। बाद में चंडीगढ़ से आई टीम ने उसे पकड़ने में सफलता पाई।
रात 11 बजे बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर चंडीगढ़ से आई टीम ने तेंदुए को पकड़ने में सफलता पाई।
तेंदुआ कभी किसी घर में छिपा तो कभी किसी कोने में। इस दौरान क्षेत्र के लोगों की सांसें अटकी रहीं। महिलाओं ने अपने सहित बच्चों को घरों में बंद कर लिया। आखिरकार रात 11 बजे एक घर में छिपे बैठे तेंदुए को वन विभाग की टीम ने नशीला इंजेक्शन डार्ट से लगाया। बाद में उसे पिंजड़े में कैद कर लिया। डीसी वरिंदर शर्मा के अनुसार उसे चंडीगढ़ के छतबीड़ चिड़ियाघर ले जाया जाएगा।
तेंदुए के छिपने की जगह से भागने पर उससे बचते हुए लोग।
इससे पहले दोपहर को लम्मा पिंड के एक खेत में लेटे तेंदुए को देख लोगों की भीड़ जमा होनी शुरू हो गई। लोग छतों पर जुट गए। आसपास दहशत फैल गई। छोटे बच्चों को घर में बंद कर दिया गया। जब वन विभाग की टीम ने पकड़ने का प्रयास किया तो वह जाल छुड़ा वहां से निकल कर भागा और अलग-अलग जगहों पर छिपता रहा। इस दौरान उसने चार लोगों को घायल कर दिया। इधर, तेंदुए के दिखने से घबराए लोग घरों की छतों पर चढ़ गए हैं। वहीं छोटे बच्चों को लोगों ने कमरों में बंद किया गया है। जानकारी के मुताबिक लोगों ने खेत में बैठे एक जानवर को देखा। पहले लोग उसे बिल्ली समझते रहे, लेकिन जब वह दौड़ा तो पता चला कि वह तेंदुआ है।
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