29 फरवरी को सभी 90 विधायकों को बांटे गए थे टैब, नहीं बदले जाएंगे
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विरोध की बड़ी-बड़ी बातें करनी वाली सरकार को 19 लाख रुपये की चिंता
सच कहूँ/अश्वनी चावला चंडीगढ़। चाइनीज सामान के विरुद्ध आवाज बुलंद करने वाली हरियाणा सरकार में विधायकों की उंगलियां चाइनीज कंपनी की टैब पर दौड़ती रहेंगी और उन्हीं टैब के सहारे हरियाणा विधानसभा में कानून भी बनते रहेंगे। हरियाणा सरकार की तरफ से सभी 90 विधायकों को चाइनीज कंपनी लेनेवो के टैब इसी वर्ष दिए गए थे। उन्हीं टैब के जरिए हरियाणा के विधायक इस समय डिजिटल काम करने में जुटे हैं। हालांकि प्रदेश सरकार ने चाइनीज कंपनियों के साथ सैकड़ों करोड़ रुपये के करार तोड़ दिए हैं। लेकिन 19 लाख रुपए में आए चाइनीज टैब को बदलने के लिए सरकार तैयार नहीं है। भले ही प्रदेश सरकार और विधायक चाइनीज कंपनियों का विरोध करते रहें, लेकिन ये विरोध भी चाइनीज कंपनी की टैब के माध्यम से ऑनलाइन होगा।
जानकारी अनुसार मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसी वर्ष बतौर वित्तमंत्री पहली बार अपना बजट पेश करते हुए सभी विधायकों व मंत्रियों को कागज के दस्तावेजों में बजट देने की बजाय चाइनीज कंपनी के टैब दिए थे। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया था कि अब हरियाणा विधानसभा के विधायक डिजिटल माध्यम से ही काम करते हुए डिजिटल बजट ही पढ़ेंगे। उनकी तरफ से दिए गए इन चाइनीज टैब को लेकर उस वक्त भी हंगामा हुआ था कि टैब्स के जरिए हरियाणा में कोरोना वायरस न पहुंच जाए। मुख्यमंत्री ने इसे हास्यास्पद करार दिया गया था। लेकिन अब चीनी सैनिकों की करतूत के चलते देश के 20 जवान शहीद होने पर देश में आक्रोश पनप रहा है। ऐसे में जहां केंद्र सरकार ने चीनी कंपनियों के कुछ प्रोजेक्ट रद्द कर दिए, वहीं हरियाणा सरकार ने भी चीनी कंपनी का एक प्रोजेक्ट रद्द कर दिया है। प्रदेश सरकार यह भी दावा कर रही है कि अब प्रदेश में किसी भी चाइनीज कम्पनी से काम नहीं करवाया जाएगा। इसके बावजूद प्रदेश के विधायक सरकार की तरफ से दिए गए टैब का ही इस्तेमाल करते रहेंगे, जोकि चाइनीज कंपनी इन लेनेवो के हैं। इन चीनी उत्पादों को छोड़ने पर अभी सरकार कोई विचार नहीं कर रही है, क्योंकि इन पर 19 लाख रुपए से ज्यादा खर्चा जो किया है।
भविष्य में नहीं होगा चीनी कम्पनी के सामान का इस्तेमाल
हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि भविष्य में विधानसभा में होने वाले सभी तरह के कार्यों में किसी भी चीनी कंपनी के सामान का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा, बल्कि अभी किसी भी तरह का विधान सभा सेक्रेट्रिएट में आने वाला सामान अगर चीनी कंपनी का आर्डर किया गया है तो उसे भी रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में लिखित आदेश भी जारी करने जा रहे हैं ताकि विधानसभा सेक्रेट्रिएट में कोई भी ऐसा सामान गलती से भी न आ जाए।
बाहर नहीं फैंक सकते महंगे टैब
हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि चीनी कंपनी के टैब अब बाहर तो फैंक नहीं सकते हैं, क्योंकि यह काफी महंगे खरीदे गए थे। इसी लिए सभी विधायक चीनी कंपनी के टैब को इस्तेमाल करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश सरकार की तरफ से चीनी कंपनी के टैब विधायकों को दिए गए थे, उस समय चीन के साथ ऐसा कोई विरोधाभास नहीं था।
लेनेवो कम्पनी के खरीदे थे टैब, वुहान से हुई थी सप्लाई
हरियाणा सरकार की तरफ से इसी वर्ष लेनेवो कंपनी के टैब खरीदे गए थे और इन टैब की सप्लाई चीन के शहर वुहान से हुई थी। हरियाणा सरकार की तरफ से प्रति टैब पर 21 हजार रुपये खर्च किए गए थे, जिसके चलते कुल 19 लाख के करीब खर्चा किया गया था।
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