* 5 किसानों का आमरण अनशन तीसरे दिन भी रहा जारी
चौपटा(सच कहूं/ भगत सिंह)। Sirsa News वर्ष 2022 का बीमा क्लेम, मुआवजा राशि जारी करने के साथ-साथ सीएससी सेंटर द्वारा रद्द हुए बीमे को बहाल करने व गेहूं तथा सरसों की समय पर खरीद व भुगतान जैसे कई मांगों को लेकर तहसील कार्यालय नाथूसरी चौपटा में भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने मांगों को लेकर वीरवार को 5 किसानों का आमरण अनशन तीसरे दिन भी जारी रहा। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष भरत सिंह झाझड़ा व प्रदेश सचिव अमन बैनीवाल, नरेन्द्र सहारण, नंदलाल ढिल्लों और दीवान सहारण ने भूख हड़ताल के तहत आमरण अनशन शुरू कर रखा है।
वीरवार को क्षेत्र की महिलाओं ने धरना स्थल पर पहुँच कर समर्थन दिया, इस दौरान महिलाओं ने सरकार की तानाशाही नीतियों को जमकर कोसा। अनशनकारी किसानों का कहना है की तब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती तब तक धरना स्थल पर आमरण अनशन जारी रहेगा। किसान यहां पर 43 दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। प्रदेश सरपंच एसोसिशन की उपाध्यक्ष संतोष बैनिवाल, सुभाष कासनियां माखोसरानी, रीटा कासनियां नाथूसरी कलां, संदीप बैनीवाल गिगोरानी, मांगे राम कागदाना, सुभाष बैनीवाल रुपाणा खुर्द, अमर सिंह रोज बरासरी, समस्त बैनीवाल जोगीवाला, कविता बैनीवाल सहित बड़ी संख्या में धरनास्थल पर पहुंच कर किसानों का समर्थन किया।
इस मौके पर जगदीश चाड़ीवाल, जगत पाल, संदीप कासनियां, सुंदर, नेशी औलख, भीम सिंह, मनीष, सोनू शक्कर मंदोरी, रोहताश कुमार, सुरेंद्र, रविंद्र,, विनोद जांदू, प्रदीप, संदीप, महेंद्र सिंह, नरेश, सुरेश कुमार, बलदेव सिंह, कृष्ण कुमार, रामस्वरूप, विक्रम, सुभाष ने कहा कि किसानों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
किसानों की हालत दिन प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है। जबकि सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। किसानों की मांग 2022 का बीमा क्लैम व मुआवजा जारी किया जाए, सीएससी सेंटर के द्वारा रद्द हुए बीमे को बहाल करें, गेहूं व सरसों की समय पर खरीद व समय पर भुगतान किया जाए। हर साल बीमा व मुआवजा देने की निश्चित तिथि तय की जाए।