नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। Petrol Diesel Price: इजराइल-हमास युद्ध को लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त उबाल के बावजूद घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल के दाम में आज टिकाव रहा, जिससे दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर पर पड़े रहे।
तेल विपणन करने वाली प्रमुख कंपनी हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कापोर्रेशन की वेबसाइट पर जारी दरों के अनुसार, देश में आज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दिल्ली में इनकी कीमतों के यथावत रहने के साथ ही मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर पर रहा। वैश्विक स्तर पर सप्ताहांत पर अमेरिकी क्रूड 2.34 प्रतिशत उबलकर 85.16 डॉलर प्रति बैरल पर और लंदन ब्रेंट क्रूड भी तेजी के साथ 90.48 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
दूरसंचार क्षेत्र के डिजिटल कौशल पाठ्यक्रमों के लिए, आईसैक,डीएडीबी से साझीदारी की टीएसएससी ने
दूरसंचार क्षेत्र में तरह-तरह के कार्यों के लिए कुशल मानव संसाधन की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए टेलीकॉम सेक्टर स्किल काउंसिल (टीएसएससी) ने उसी तरह के अत्याधुनिक डिजिटल पाठ्यक्रमों की प्रस्तुति के लिए इन्फॉर्मेशन शेयरिंग एंड एनालिसिस सेंटर (आईसैक) और जर्मन अकादमी ऑफ डिजिटल एजुकेशन (डीएडीबी) के साथ शनिवार को यहां समझौते किया। एक ताजा अनुमान के अनुसार भारत में दूरसंचार क्षेत्र में कुशल मानव संसाधन की कमी है और यह कमी 2030 तक 3.8 प्रतिशत अधिक हो जाएगी।
टीएसएससी की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है और आईसैक के बीच गठबंधन में साइबर सेफ्टी एसेशिंयल (सीएसई) कार्यक्रम चलाया जाएगा। बयान के मुताबिक इसके पाठ्क्रम को भारत के युवाओं विशेषकर 16 वर्ष से कम आयु के नीचे के युवाओं को आवश्यक साइबर सुरक्षा ज्ञान और व्यावहारिक कौशल के साथ सशक्त करने के लिए डिजाइन किया गया है। इस पहल का लक्ष्य 100 बाइट आकार से अधिक के वीडियो और बच्चों के लिए बातचीत आधारित क्विज से युवाओं का दिमाग सही मायने में साइबर सुरक्षा में प्रवीण बनने की ओर मोड़ना है।
इसी तरह डीएडीबी के साथ साझेदारी में टीएसएससी ई-मोबिलिटी और हाइड्रोजन टेक्नोलाजी पर पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है, जहां भारतीय युवाओं की जर्मनी की अत्याधुनिक डिजिटल शिक्षा तक सीधी पहुंच होगी। हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रम के अंतर्गत हाइड्रोजन उत्पादन, स्टोरेज और अक्षय ऊर्जा एकीकरण के महत्वपूर्ण पहलुओं पर जोर होगा और यह हरित ऊर्जा क्षेत्र में भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के अनुरूप है। बयान में कहा गया है कि इसी तरह से, ई-मोबिलिटी कोर्स विद्यार्थियों को उदीयमान इलेक्ट्रिक वाहन बाजार के लिए तैयार करेगा जहां विनिर्माण, रखरखाव और ढांचागत विकास में वर्ष 2030 तक लाखों नौकरियां पैदा होने की संभावना है।
टेलीकॉम सेक्टर स्किल काउंसिल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरविंद बाली ने कहा, “ आईसैक और डीएडीबी के साथ हमारे रणनीतिक गठबंधन के जरिए टीएसएससी दूरसंचार क्षेत्र में कौशल विकास में क्रांति ला रहा है। इन डिजिटल पाठ्यक्रमों से युवा विश्वभर से अत्याधुनिक ज्ञान और विशेषज्ञता तक पहुंचने में सशक्त होंगे और भौगोलिक सीमाएं पार करेंगे। चाहे साइबर सुरक्षा चैम्पियनों की अगली पीढ़ी तैयार करने की बात हो या फिर विद्यार्थियों को हरित ऊर्जा क्रांति के लिए तैयार करने की बात हो, हमारे पाठ्यक्रम व्यक्तियों को दूरस्थ स्थानों से मार्गदर्शन और प्रेरणा लेने में समर्थ बनाएंगे जिससे भारत के लिए एक उज्ज्वल एवं अधिक सुरक्षित भविष्य को आकार मिलेगा । ”