Expressways in UP: उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिम बंगाल तक 519.58 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। वहीं गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए गोरखपुर मंडल के 3 जिलों की 115 गांवों की जमीन अधिग्रहण की जाएगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण डीपीआर बनाने में लग चुका है। इस एक्सप्रेसवे को लेकर पहले उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मंडल में 111 गांवों की जमीन अधिग्रहण की जानी थी, लेकिन बाद में एक्सप्रेसवे के रास्ते में ग्रीनलैंड एरिया आने के कारण इस एक्सप्रेसवे का रास्ता घुमाया जाना है, बता दे की ग्रीनलैंड एरिया से अलग एक्सप्रेसवे बनाने पर अब 4 और गांवों की जमीन इसके कब्जे में आ रही है। अब गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे की लंबाई 3 से 4 किलोमीटर और ज्यादा बढ़ जाएंगी।
सिक्स लेन के हिसाब से किया जाएगा जमीन अधिग्रहण | Expressways in UP
गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे गोरखपुर कुशीनगर फोरलेन पर कोनी के पास से शुरू होगा। मौजूदा समय में इस एक्सप्रेसवे को फोरलेन बनाया जाएगा। लेकिन इस सड़क के लिए सिक्स लाइन के हिसाब से जमीन अधिग्रहण किया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे का जमीन अधिग्रहण 75 मीटर चौड़ाई के हिसाब से किया जाएगा। दरअसल यह फैसला आने वाले समय में सड़क चौड़ी करने में कोई दिक्कत ना आए इसकी वजह से लिया जा रहा है।
एक्सप्रेस-वे बदल देगा 3 राज्यों की तस्वीर | Expressways in UP
भारत माला परियोजना के माध्यम से गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक राजमार्ग का निर्माण में लगभग 32 करोड रुपए की लागत आने का अनुमान लगाया गया है। गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में 84.3 किलोमीटर, बिहार में 416.2 किलोमीटर और इसके अलावा पश्चिम बंगाल में 18.97 किलोमीटर का हिस्सा पड़ने वाला है। गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे कुल लंबाई 519.58 किलोमीटर की होंगी।
डीपीआर में होगा बदलाव
NHAI ने वर्ष 2021 में प्रस्तावित सर्वे को भी फर्म को सौंप दिया था। हालांकि हरित क्षेत्र बनने के कारण वन विभाग की बाधा से बचने के लिए डीपीआर को दोबारा बनाने की योजना बनाई गई। इसके दौरान एक्सप्रेस वे देवरिया और कुशीनगर के कुछ भागों को घूमकर पार करता है, यूपी में इसके कारण पहले इसकी लंबाई करीब 81 किलोमीटर थी। अब यह करीब 85 किलोमीटर बढ़ जाएगा। गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे का डीपीआर बनाई जा रही है। वहीं बारिश के कारण काम में तेजी नहीं आ पाई है। ग्रीन पार्क का कुछ हिस्सा इस मार्ग पर पढ़ने से एक्सप्रेसवे की लंबाई बढ़ रही है। डीपीआर जल्द ही पूरा होगा और शासन को भी भेजा जाएगा।