पेट्रोल की बोतल लेकर टंकी पर चढ़ा अध्यापक यूनियन का नेता

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रिश्तेदारों द्वारा जमीन पर कब्जा मामला:

इंसाफ ने मिलने से परेशान होकर समरजीत ने उठाया कदम

  • हाईकोर्ट समरजीत के हक में सुना चुकी है फैसला
  • पीड़ित के समर्थन में उतरी टीचर यूनियन, सड़कों पर उतरने की दी चेतावनी

मानसा (सुखजीत मान)। शनिवार को पुलिस से इंसाफ न मिलता देख एक एजेकूशन गारंटी स्कीम टीचर प्रबंधकीय कंप्लेक्स के बचत भवन में स्थित वाटर वर्क्स की टंकी पर चढ़ गया।

मौके पर पहुंचे डीएसपी करनवीर सिंह व थाना भीखी इंचार्ज परमजीत सिंह उक्त टीचर को इंसाफ दिलाने का आशवासन दे रहे थे। दोपहर डेढ़ बजे तक ईजीएस टीचर को टंकी से नीचे उतारने के लिए ईजीएस टीचर यूनियन व पुलिस में बातचीत चलती रही।

ये है मामला:

भीखी के गांव किशनगढ़ फरवाही के निवासी एजूकेशन गारंटी स्कीम टीचर समरजीत सिंह ने बताया कि साल 2003 में उसके पिता की मौत हो जाने के बाद वह अपने परिवार सहित ननिहाल गांव अतला कलां में रहने लगा।

उसके परिवार के हिस्से आती पुस्तैनी साढ़े चार एकड़ जमीन के जाली कागजात तैयार कर उसके ही रिशतेदारों ने कब्जा कर लिया था। जाली कागजात तैयार करने के मामले में उसके पांच रिशतेदारों पर मामला दर्ज होने के बाद उन्हें सजा भी हो चुकी है। वहीं जमीन की मलकीयत को लेकर हाईकोर्ट द्वारा समरजीत सिंह के पक्ष में फैसला सुनाया गया है।

भटिंडा के संघर्ष में रही अहम भूमिका

ईजीएस टीचर समरजीत सिंह अपनी संगठन द्वारा किए जाने वाले संघर्षों में अहम भूमिका निभाने वालों में शुमार है। 22 दिसंबर 2016 को भटिंडा में संगठन की मांगों को लेकर किए गए प्रदर्शन के दौरान आत्मदाह करने का प्रयास किया था। जिसमें वह बाल बाल बच गया था।

झूठ साबित हुआ प्रशासन का आश्वासन

उस वक्त प्रशासन द्वारा समरजीत सिंह का सरकारी खर्च पर फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में इलाज करवाने का आश्वासन दिया गया था लेकिन कुछ समय तक इलाज करवाने के बाद उसे अपने खर्च पर इलाज करवाना पड़ा था।

फिर उठाया कदम

जमीन पर कब्जा लेने के लिए उसने सिविल व पुलिस प्रशासन के पास कई बार गुहार लगाई लेकिन उसे इंसाफ दिलाने के बजाए उसे ही टारगेट किया जा रहा है। जिससे परेशान होकर उसने यह कदम उठाया है। उसने बताया कि इंसाफ न मिलने के चलते पहले ही प्रशासन को इस कारवाई के लिए आग्रह कर दिया था।

हमें कब्जा दिलाने के नहीं मिले आर्डर

थाना भीखी इंचार्ज परमजीत सिंह ने बताया कि बेशक हाईकोर्ट ने समरजीत सिंह के पक्ष में जमीन की मलकीयत का फैसला सुना दिया है, लेकिन समरजीत को कब्जा दिलाने के आर्डर उसके पास नहीं है। जिसके चलते इसमें पुलिस कोई दखलअंदाजी नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि समरजीत व रिशतेदारों में जमीन वापिस करने को लेकर बातचीत चल रही है तथा पुलिस भी इस मामले को निपटाने में जुटी हुई है।

समर्थन में टीचर यूनियन :

मौके पर मौजूद ईजीएस टीचर यूनियन पंजाब प्रधान गगन अबोहर, सुखचैन सिंह, बीरबल सिंह, गुरजीत सिंह ने कहा कि समरजीत द्वारा इंसाफ लेने के लिए शुरू किए गए इस संघर्ष का मैसज पंजाब भर में दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि समरजीत ने भटिंडा जैसे संघर्ष को अंजाम दिया तो इसका जिम्मेदार जिला पुलिस प्रशासन होगा।

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