पूर्व सैनिकों की कुशलक्षेम जानने के लिए निजी तौर पर पत्र लिख रहे हैं कैप्टन
चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जंगी विधवाओं की मांग को स्वीकार करते जमीन की जगह पर नकद राशि देने की मंजूरी दे दी है। इस नीति में किया गया बदलाव 1962 की भारत-चीन जंग और 1965 की भारत-पाक जंग के शहीदों की विधवाओं और उनके आश्रितोंं और पूरी तरह नाकारा हो चुके सैनिकों के अलावा 1971 की भारत-पाक जंग की विधवाओं पर लागू होने योग्य होगा।
एक प्रवक्ता ने बताया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने व्यक्तिगत योग्यता मुताबिक एक एकड़ जमीन के एवज में पांच लाख रुपए और 10 एकड़ के लिए अधिक से अधिक 50 लाख रुपए की राशि देने के लिए हरी झंडी दे दी है।
वचनबद्धता दोहराई
मुख्यमंत्री ने सैनिक कल्याण विभाग को जंगी विधवाओं को अति अपेक्षित राहत देने के लिए यह नकद राशि इनको शीघ्र अति शीघ्र बांटने के आदेश दिए हैं। कैप्टन ने जंगी विधवाओं और पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए अपनी वचनबद्धता को दोहराया हैं।
कैप्टन हुए सक्रिय
मुख्यमंत्री द्वारा अर्ध-सरकारी पत्रों के द्वारा निजी स्तर पर भी राज्य में सभी जंगी विधवाएं और पूर्व सैनिकों के साथ संपर्क बनाना शुरू किया गया है। सत्ता की बागडोर संभालने वाले दिन से लेकर मुख्यमंत्री की तरफ से जंगी विधवाएं और पूर्व सैनिकों की कुशलता पूछने के लिए ऐसे पत्र लिखे जा रहे हैं।
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