
Haryana Crime: कलायत, सच कहूॅं / अशोक राणा । दी कैथल केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड की किठाना शाखा में अनपढ़ व्यक्ति से लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। राजा राम सुपुत्र लाली ने बैंक प्रबंधन पर आरोप लगाया कि उन्होंने वर्ष 2000 में बैंक में एफडी करवाई थी।इससे पहले उनकी 9-10 एफडी इसी शाखा में थीं। बैंक कर्मचारियों ने उन्हें बुलाकर कहा कि एफडी पर ब्याज जोड़ना है। इस दौरान कई जगह अंगूठे लगवा लिए। बाद में पता चला कि एफडी तोड़कर खातों से लाखों रुपए निकाल लिए गए।
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राजा राम ने बताया कि जब 25 वर्षों का रिकॉर्ड मांगा तो बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें गुमराह कर फर्जी रिकॉर्ड दे दिया। इतने सालों में बैंक ने उन्हें सिर्फ दो चेक का रिकॉर्ड दिया जबकि खाते की स्टेटमेंट में कई चेक लगे दिखाए गए। स्टेटमेंट में कई बार खाते से पैसे निकाले जाने का जिक्र भी है। उन्होंने बताया कि पढ़ा लिखा नहीं होने के कारण बैंक कर्मचारी और अधिकारियों ने उनके साथ धोखाधड़ी कर लाखों रुपए की हेरा फेरी की गई।
राजाराम ने बताया कि उनके साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत उनके द्वारा संबंधित बैंक उच्च अधिकारियों को दी गई लेकिन उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने डीसी प्रीति से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाएं जाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा कुछ दिन पहले सीएम विंडो पर भी शिकायत दी जा चुकी है।
शाखा प्रबंधक सुभाष चंद्र ने आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि चेक की संख्या को लेकर कुछ नहीं कह सकते। जो भी रिकॉर्ड मांगा गया, वह उपलब्ध करवा दिया गया है।
दी केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड कैथल जीएम रणबीर सिंह बैनीवाल,ने बताया कि इस मामले की दो बार जांच हो चुकी है। कोई खामी नहीं मिली। चेक की संख्या को लेकर बैंक प्रबंधक ही बता सकते हैं। बैंक अनपढ़ व्यक्ति को भी चेक दे सकता है। हमने सिर्फ एफडी की जांच की है। अगर मामला दोबारा संज्ञान में आता है।तो फिर से जांच करवाई जा सकती है।