Sri Ganganagar: जिला अस्पताल में गर्भवती के बच्चे की मृत्यु पर लेडी डॉक्टर को पीटा, डॉक्टर ने कराया मुकदमा दर्ज

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Lady Doctor Beaten Case: श्रीगंगानगर (सच कहूँ न्यूज)। स्थानीय सूरतगढ़ रोड पर स्थित जिला अस्पताल के एमसीएच विंग में प्रसव के लिए लाई गई एक युवती के बच्चे की पेट में ही मृत्यु होने पर उसके परिवार वालों द्वारा हंगामा करते हुए लेडी डॉक्टर के साथ मारपीट और चिकित्सा कर्मियों से अभद्र व्यवहार करने की कल रात को हुई घटना के संबंध में सदर थाना पुलिस ने आज मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने बताया कि एमसीएच विंग के गायनी वार्ड में कल रात को हुए हंगामा के संबंध में डॉ. शाचि पंचारिया निवासी नई पुलिस लाइन के नजदीक गंगा शहर, बीकानेर द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर महिला मरीज सावित्री की मां मंजू,बहन सुमन व अन्य लोगों पर मारपीट करने और सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। Sri Ganganagar News

जांच सब इंस्पेक्टर गिरधारीसिंह द्वारा की जा रही है। पुलिस को दी रिपोर्ट में डॉ. शाचि पंचारिया ने बताया है कि वह कल रविवार सुबह 9 से अपनी ड्यूटी पर थी। शाम 4:28 बजे सावित्री पत्नी लोकेश को गायनी वार्ड में लाया गया, जिसका लेबर रूम में ले जाकर चेकअप किया गया। उसके गर्भ में बच्चों की धड़कन नहीं चल रही थी। उसकी बच्चेदानी में पानी भी नहीं था। उन्होंने तुरंत अल्ट्रासाउंड तथा कुछ अन्य टेस्ट करवाने के लिए लिखा और ड्रिप लगाकर इलाज शुरू कर दिया। फर्स्ट कॉल लेडी डॉक्टर सोनिया को उसका इलाज करने के लिए कॉल करने का कहा। डॉ. शाचि पचारिया के मुताबिक रात लगभग 8:30 बजे उक्त लोग सावित्री को लेकर लेबर रूम में आए और हंगामा करने लगे। इसी दौरान उसके हाथ से मोबाइल फोन छीन लिया और उसके थप्पड़ भी मार दिया।

आरोप: सही इलाज न करने के कारण बच्चे की मृत्यु हो गई | Sri Ganganagar News

उक्त लोग आरोप लगाने लगे कि सही इलाज नहीं करने के कारण बच्चे की पेट में ही मृत्यु हो गई। डॉ शाचि ने पुलिस को बताया कि उसने तथा चिकित्सा कर्मियों ने मंजू, सुमन व उसके साथ आए लोगों को समझाने की काफी कोशिश की लेकिन वे नहीं माने और हंगामा करते रहे। इस कारण वार्ड में भर्ती दूसरे मरीज का वह इलाज नहीं कर पाई और उसकी ड्यूटी में बाधा उत्पन्न हुई। उल्लेखनीय है कि यह हंगामा होने पर पीएमओ डॉ. दीपक मोंगा सहित अनेक डॉक्टर गायनी वार्ड में पहुंचे। पुलिस भी मौके पर आ गई। यह हंगामा रात लगभग 1:30 बजे तक चलता रहा। बाद में सावित्री को उसके परिवार वाले इलाज के लिए एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले गए। जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर गिरधारीसिंह ने बताया कि अभी दूसरे पक्ष की ओर से कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।

हालांकि रात को मरीज पक्ष के लोग अपनी तरफ से भी थाने में रिपोर्ट देने की बात कह रहे थे।पुलिस ने आज गायनी वार्ड में जाकर वहां लगे सीसीटीवी कैमरैं की फुटेज को चेक किया और सारे घटनाक्रम का विश्लेषण शुरू कर दिया है। इस घटना को लेकर गायनी वार्ड के डॉक्टर और चिकित्सा कर्मियों में काफी आक्रोश है। जानकारी के अनुसार इस हंगामा के कारण गायनी वार्ड के लेबर रूम में अन्य गर्भवती महिलाओं के प्रसव नहीं हो पाए।उनका प्रसव यह हंगामा शांत होने के बाद करवाए गए। याद रहे की एक महीना पहले भी एक गर्भवती की मृत्यु हो जाने पर भी अस्पताल में काफी हंगामा हुआ था। Sri Ganganagar News

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