स्टेशन पर न एटीएम, न इंक्वारी, न कोच डिस्पले, न टिकट बुकिंग, न यात्रियों के बैठने को उचित सुविधा
- जाखल रेलवे स्टेशन से होती है हर रोज जना
- एक करोड़ से भी ज्यादा आमदन
जाखल (सच कहूँ/तरसेम सिंह)। Jakhal Junction: जाखल जंक्शन उत्तर भारत का एक पुराना जंक्शन है, यहां से दिल्ली, फिरोजपुर, हिसार, लुधियाना रेल मार्ग पर रोहाना 40 से भी ज्यादा यात्री रेलगाड़ियां आवागमन करती है। इस रेलवे स्टेशन पर हर साल रेलवे को एक करोड़ रुपए से भी ज्यादा की आय होती है, लेकिन इसके बावजूद रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधाओं में कोई भी बढ़ोतरी नहीं की जा रही है। Jakhal News
आलम यह है कि पिछले 5 साल में न कोई भी बड़ा विकास कार्य हुआ है और न ही कोई मूलभूत सुविधा मुहैया करवाई गई है। हालांकि यहां पर लगातार निरीक्षण एवं रेलवे स्टेशन का जायजा लेने आए अधिकारियों को इन समस्याओं के बारे में अवगत करवाया जाता है। यही नहीं उनके द्वारा जल्द इन समस्याओं को दूर करने का भरोसा भी दिया जाता है, लेकिन इसके बाद भी यत्रियों के लिए बनी समस्याओं को दूर नहीं किया जा रहा है। Jakhal News
इसके कारण रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों के अलावा शहर वासियों व आसपास के ग्रामीणों में भी रेलवे प्रशासन के प्रति भारी रोष बना हुआ है।
रेलवे स्टेशन पर टिकट बुकिंग की सुविधा पिछले दो सालों से बंद है, इस खिड़की को भी शुरू नही किया जा रहा। रेलवे स्टेशन पर समय सारणी तक गायब है। यात्रियों की सुविधा के लिए यहां पर बना पूछताछ केंद्र भी हर समय बंद रहता है। रेलवे प्लेटफार्म पर यात्रियों के बैठने के लिए उचित मात्रा में कुर्सियों या बेंच भी उपलब्ध नहीं है जिसके कारण यात्रियों गर्मी हो या सर्दी नीचे ही बैठकर अपनी ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है। और ना ही प्राप्त मात्रा में यहां पर शेड बनाए गए हैं।
नगदी भुगतान से ही मिल रही है टिकट | Jakhal News
केंद्र सरकार की ओर से प्रत्येक रेलवे स्टेशन को डिजिटल युक्त किया जा रहा है, यहां तक की रेलवे टिकट भी यूपीआई से दिए जाने की सुविधा उपलब्ध की जा रही है, लेकिन जाखल रेलवे स्टेशन पर डिजिटल सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। यहां पर एटीएम मशीन उपलब्ध करवाए जाने के लिए लंबे समय से मांग की जा रही है। लेकिन एटीएम उपलब्ध करवाने में कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके साथ ही टिकट इत्यादि लेने के लिए भी नकदी का ही इस्तेमाल किया जा रहा है। जाखल जंक्शन रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का आवागमन होता हुआ।
कोच ढूंढने में ही छूट जाती है ट्रेन | Jakhal News
रेलवे स्टेशन पर कोच डिस्प्ले सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। जिससे कि यह पता चल सके कि जनरल, स्लीपर, अथवा एसी कोच नंबर अनुसार किस जगह पर मिलेंगे। अथवा कोई भी कोच प्लेटफार्म पर किस जगह लगेगा। खासकर रात के समय यात्रियों को संबंधित कोच में जाने के लिए भारी मुश्किल झेलनी पड़ रही है। कई बार तो यात्रियों की ट्रेन तक छूट जाती है, जबकि कई बार कोच न मिलने की सूरत में यात्रियों को अन्य कोच में ही सवार होना पड़ता है। रेलवे प्लेटफार्म पर इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल एंक्वायरी बोर्ड भी नहीं है। यात्रियों को ट्रेन किस समय आ रही है कुछ भी पता नहीं चलता है।
समस्याओं की सूची भेजकर अधिकारियों को करवाया जाता है अवगत
जाखल रेलवे स्टेशन पर जो भी समस्याएं हैं या यात्रियों की शिकायतें हैं, उन्हें उच्च अधिकारियों के समक्ष समय-समय पर भेजा जाता है। यात्री अपनी समस्या को लेकर रेलवे प्रशासन को मांग पत्र भी भेज सकते हैं। उनकी मांग को पुन: उच्च अधिकारियों के पास भेजा जाएगा। उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देशानुसार ही रेलवे स्टेशन पर सुविधाओं को उपलब्ध करवाया जाएगा। Jakhal News
– चांदराम दहिया, एसएस रेलवे स्टेशन जाखल
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