सराहनीय। सोशल मीडिया का सकारात्मक प्रयोग कर इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड में दर्ज कराया नाम
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मानवता भलाई के कार्यों को समाज में फैलाकर जागृति ला रही
देवीलाल बारना कुरुक्षेत्र। सोशल मीडिया सिर्फ मनोरंजन का ही साधन नहीं है बल्कि सोशल मीडिया का देश व समाजहित में प्रयोग आपको नाम कमाने का मौका भी दे सकता है। इस डिजिटल युग में बेशक युवा वर्ग सोशल मीडिया का दुरुपयोग जमकर कर रहा हो, लेकिन डेरा सच्चा सौदा से जुड़कर युवा वर्ग सोशल मीडिया का सही प्रयोग कर समाज में जागृति लाने का कार्य कर रहे हैं।
ये युवा डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे 135 मानवता भलाई के कार्यों का खूब प्रचार करते हैं, ताकि समाज से सामाजिक बुराईयां दूर हो सकें। कुरुक्षेत्र की बेटी कनिका इन्सां ने सोशल मीडिया के माध्यम से समाज में जागृति लाने का प्रयास किया, जिनका नाम इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। कनिका ने इसका पूरा श्रेय डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को दिया है। कनिका का कहना है कि उन्होंने पूज्य गुरु जी की प्रेरणा से ही यह किया है।
कनिका ने किया ढाई घंटे में 656 बार ट्वीट
बीएससी के बाद शाह सतनाम जी कॉलेज आॅफ एजुकेशन से बीएड कर रही कनिका समाजहित में ट्वीटर का प्रयोग करती है। 10 दिसंबर 2020 को कनिका ने समाजहित की पोस्ट को ढाई घंटे में 656 बार ट्वीट किया। इतनी ज्यादा बार कम समय में ट्वीट करने पर कनिका का नाम इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। कनिका का कहना है कि उन्होंने इतने ट्वीट कोई रिकॉर्ड बनाने के लिए नहीं किए थे बल्कि वे रूटिन में ही समाजहित की पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर करती रहती हैं।
अच्छे विचार व मानव हित के कार्यों को करती हैं ट्वीट
कनिका का कहना है कि पूज्य गुरु जी द्वारा ट्वीटर का प्रयोग करने के पश्चात उसने 2014 में टवीटर का प्रयोग करना शुरू किया। पूज्य गुुरु जी हमेशा समाज में अच्छी बातों का फैलाने का संदेश देते हैं। ऐसे में उसने भी ऐसा ही किया। वे परम पिता शाह सतनाम जी महाराज के अनमोल वचन, पूज्य गुरु जी के अनमोल वचन, महाभारत व रामायण से संबंधित विचार व डेरा सच्चा सौदा चलाए जा रहे 135 मानवता भलाई के कार्यों को ट्वीट करती रहती हैं।
ई-मेल आई तो चौंक गई कनिका इन्सां
कनिका का कहना है कि उसके पास ई-मेल आई कि आपने कम समय में जो ज्यादा पोस्ट ट्वीट की है, इसको लेकर इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड में आपका नाम दर्ज किया जाएगा। ई-मेल को देखकर वे चौंक गई और उन्होंने बताए अनुसार सभी कागजात भेजे। इसके बाद 20 जनवरी 2021 को उसके पास इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड की तरफ से गोल्ड मैडल, सर्टिफिकेट, एक पैन, ब्रॉंच, आईडी कार्ड व गाड़ी के स्टीकर कॉरियर के माध्यम से पहुंचे।