श्रीनगर (एजेंसी)। वार्षिक अमरनाथ यात्रा शुरू में सिर्फ एक पखवाड़ा शेष रह गया है, जिसके मद्देनजर कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक वीके बिरदी ने यहां सुरक्षा की समीक्षा की। यह बैठक इसलिए भी अहम थी, क्योंकि और रविवार शाम जम्मू के रियासी में हुए आतंवादी हमले में नौ तीर्थयात्रियों की हत्या हुयी थी। अमरनाथ यात्रा 29 जून से मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले के बालटाल और दक्षिण कश्मीर के पहलगाम के दोहरे मार्गों से शुरू होगी। बैठक में इस महीने मनाए जाने वाले मेला खीर भवानी और ईद-उल-अजहा के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर भी चर्चा की गई। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) ने अधिकारियों को ड्रोन और सीसीटीवी का उपयोग करके असामाजिक/राष्ट्रविरोधी तत्वों पर कड़ी निगरानी रखने और चौबीसों घंटे नाका/कटआॅफ प्वाइंट स्थापित करने का निर्देश दिया। उन्होंने विशिष्ट खुफिया जानकारी उत्पन्न करके आतंकवाद विरोधी ग्रिड को बढ़ाने और सभी जिलों में सीएएसओ/आतंकवाद विरोधी अभियानों को तेज करने की आवश्यकता पर बल दिया। बैठक में क्षेत्र के उप महानिरीक्षक (डीआईजी), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ( एसएसपी) और पीसीआर कश्मीर के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
इस दौरान एसएसपी गांदरबल ने 13 जून को मनाए जा रहे मेला खीर भवानी त्योहार और अमरनाथ जी यात्रा -2024 की तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। अधिकारियों ने मेला खीर भवानी के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई सुरक्षा व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताया, जो जिला गांदरबल के अलावा कश्मीर घाटी में विभिन्न मंदिरों में होने वाला है। कानून और व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन, यातायात नियंत्रण, भक्तों की समग्र सुरक्षा सुनिश्चित करने से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गई। वहीं, 17 जून को मनाई जाने वाली आगामी ईद-उल-अजहा के शांतिपूर्ण पालन के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर सभी भाग लेने वाले अधिकारियों द्वारा विस्तार से चर्चा की गई।