पटियाला के कँवर गुरप्रीत सिंह गिल 16वीं बार बने सुपर रैनेड्यूर
सच कहूँ/खुशवीर सिंह तूर पटियाला। पटियाला निवासी और प्रसिद्ध साइक्लिस्ट एडवोकेट कंवर गुरप्रीत सिंह गिल ने 5 दिवसीय एसआर को टैंडम बाईक पर 1500 किलोमीटर पूरा कर नया रिकार्ड कायम किया है। उल्लेखनीय है कि इंडिया ओडैक्स के इतिहास में पहली बार टैंडम बाइक पर सुपर रैनेड्यूर 5 दिनों में 1500 किलोमीटर पूरी हुई है और इससे कम समय में इस एसआर को पूरा नहीं किया जा सकता, क्योंकि नियम अनुसार 600 किलोमीटर के लिए 40 घंटे, 400 किलोमीटर के लिए 27 घंटे, 300 किलोमीटर के लिए 20 घंटे और 200 किलोमीटर के लिए 13.5 घंटे का समय तय होता है। उल्लेखनीय है कि साईकलिंग की 600 किलोमीटर की यह राईड 21 फरवरी को जालंधर से शुरू होकर अमृतसर, तरनतारन साहब, बठिंडा, पटियाला, राजपुरा, लुधियाना और वापिस जालंधर जाकर खत्म हुई।
23 फरवरी को 300 किलोमीटर की जालंधर से फगवाड़ा, होशियारपुर, कम और बडसर होती हुई यह राईड फिर जालंधर आकर समाप्त हुई। 24 फरवरी को 400 किलोमीटर की सबसे मुश्किल यह राईड पठानकोट, धर्मशाला, कांगड़ा, ज्वाला जी और माता चिंतपुर्णी से होती हुई जालंधर आकर खत्म हुई। 25 फरवरी को 200 किलोमीटर के लिए यह राईड टांडा, होशियारपुर, चिंतपूर्णी से होती हुई वापिस जालंधर पहुंची। इन पाँच दिनों की चुनौती को एडवोकेट कंवर गुरप्रीत सिंह गिल ने अपनी सहयोगी सह चालक ग्रिनशीना कार्तिक के साथ पूरा किया।
इंडिया गेट दिल्ली से गेट वे आॅफ इंडिया मुम्बई तक 1460 किलोमीटर का सफर टैंडम बाइक पर कर चुके हैं तय
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी पटियाला के कंवर गिल और ग्रिनशीना कार्तिक ने इंडिया गेट दिल्ली से गेट वे आॅफ इंडिया मुम्बई तक 1460 किलोमीटर का सफर टैंडम बाइक पर तय कर चुके हैं। इससे पहले कंवर गिल एक एसआर टैंडम पर सुधीलिका सांघी के साथ भी पूरा कर चुके हैं। साईकलिंग की दुनिया में मुश्किल पड़ावों को फतेह कर कंवर गिल को टैंडम किंग के नाम के साथ भी जाना जाता है। बताना बनता है कि कंवर गिल की सह चालक ग्रिनशीना कार्तिक बैंगलोर की रहने वाली है, जो कि भारत की पहली महिला है जिसने थाईलैंड में 178 घंटे में 2000 किलोमीटर की साइकिल राईड पूरी की। अब तक कंवर गिल 16 बार और ग्रिनशीना कार्तिक 6 बार सुपर रैनेड्यूर बन चुके हैं। इस राईड को 8 राईडरज ने शुरू किया था परन्तु सिर्फ 5 राईडरज ही इसको पूरा कर सके हैं, जिनमें राजस्थान से रेनूं सिंघी, विशाखापट्नम से मेजर राम और होशियारपुर से डॉक्टर रमनप्रीत शामिल थे।