सातवें दिन भी जारी रहा पशु चिकित्सकों का धरना | Hanumangarh News
- मांग पूरी होने तक बेमियादी धरना जारी रखेंगे | Hanumangarh News
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। नॉन प्रेक्टिस अलाउंस (NPA) की घोषणा नहीं करने के विरोधस्वरूप पशु चिकित्सकों का बेमियादी धरना शुक्रवार को सातवें दिन भी जारी रहा। पशु चिकित्सक कामधेनु बीमा योजना एवं गोपालन विभाग के सभी कार्यों का बहिष्कार कर आंदोलनरत हैं। अपनी 20 साल पुरानी मांग को लेकर पशु चिकित्सकों ने गुरुवार को जयपुर में शहीद स्मारक पर प्रदर्शन किया था। वेटनरी डॉक्टर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि 11 सूत्रीय मांगों के क्रम में वेटनरी डॉक्टर्स एसोसिएशन राजस्थान के बैनर तले पशु चिकित्सकों ने 17 दिसम्बर 2022 से आमरण अनशन आरम्भ किया था। Non Practice Allowance
आमरण अनशन के दौरान 10 पशु चिकित्सक एसएमएस अस्पताल जयपुर में भर्ती हुए। 40 दिन तक चला अनशन पशुपालन विभाग मंत्री लालचन्द कटारिया की ओर से 26 जनवरी को अनशनरत पशु चिकित्सकों को ज्यूस पिलाकर समाप्त करवाया गया था। कटारिया ने धरना स्थल पर पशु चिकित्सकों की सभी मांगों को न्यायोचित बताते हुए शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया था। अनेक दौर की वार्ता उपरान्त वित्त विभाग की ओर से एनपीए पर सहमति दर्शाते हुए कामधेनु पशु बीमा योजना शुभारम्भ तक एनपीए की स्वीकृति जारी करने के लिए ठोस आश्वासन दिया गया था।
6 सितम्बर को मुख्यमंत्री की ओर से 750 करोड़ रुपए की कामधेनु पशु बीमा योजना का शुभारम्भ कर पशुपालकों को एक नई सौगात दी गई है। किन्तु दुर्भाग्य है कि मिशन मोड पर कार्य कर योजना को सफल करने वाले पशु चिकित्सकों को वित्त विभाग की प्रतिबद्धता के बावजूद कुछ भी प्राप्त नहीं हुआ है। सरकार की हठधर्मिता के कारण अब यह योजना राज्य के पशुपालकों के साथ छलावा सिद्ध होने वाली है। बिना एनपीए स्वीकृत किए पशु चिकित्सकों की ओर से कामधेनु पशु बीमा योजना की क्रियान्विति सम्भव नहीं है। इसकी सूचना एसोसिएशन की ओर से 15 जून को मुख्यमंत्री एवं पशुपालन विभाग मंत्री को दे दी गई थी। Non Practice Allowance
उन्होंने कहा कि कामधेनु पशु बीमा योजना के शुभारम्भ पर मुख्यमंत्री की ओर से सभी पशु चिकित्सकों को विशेष परियोजना भत्ता की घोषणा का सभी पशु चिकित्सक पुरजोर विरोध करते हुए अस्वीकार करते हैं। उन्होंने बताया कि पशुपालन मंत्री व वित्त विभाग की प्रतिबद्धता के बावजूद एनपीए की घोषणा नहीं करने के परिणामस्वरुप प्रदेश के सभी पशु चिकित्सकों की ओर से कामधेनु बीमा योजना एवं गोपालन विभाग के सभी कार्यों का राज्यव्यापी बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने तत्काल प्रभाव से एनपीए स्वीकृत कर कामधेनु पशु बीमा योजना को मिशन मोड पर सम्पन्न करवाने की मांग की। मांग पूरी होने तक बेमियादी धरना जारी रखने की चेतावनी दी। Hanumangarh News
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