नरवाना (सच कहूँ/बिन्टू श्योराण)। रेलवे कॉलोनी में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। मानसिक तौर पर परेशान एक कलयुगी बेटे ने शनिवार अलसुबह कुल्हाड़ी से वार कर अपनी ही वृद्ध माँ की हत्या कर दी। हत्या करने के बाद घर में रखे घरेलू सामान को भी आग के हवाले कर दिया और मौके से फरार हो गया। वारदात के कई घंटों बाद कलयुगी बेटे ने मोहलखेड़ा गांव के पास चंडीगढ़-जयपुर ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या भी कर ली। मामले को लेकर रेलवे पुलिस व शहर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने नागरिक अस्पताल में मां-बेटे दोनों के शव के पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौप दिए है।
जानकारी के अनुसार रेलवे कॉलोनी में रहने वाला 32 वर्षीय अजय पुत्र रामकुमार रेलवे में ही चतुर्थ श्रेणी में पंवाईटमैन के पद पर नौकरी करता था। पिछले कई महीनों से बीमार व मानसिक रूप से परेशान था। जिसके कारण वह अपनी ड्यूटी पर भी नहीं जा रहा था। वह अपने छोटे भाई विजय व माँ माया के साथ रेलवे कॉलोनी में रहता था। दोनों भाइयों का ही अपनी-अपनी पत्नियों से विवाद चल रहा है। छोटा भाई विजय नरवाना शहर में वेटर का कार्य करता है और उस रात कार्य के लिए बाहर गया हुआ था। शनिवार को अज्ञात परिस्थितियों में सुबह करीब 2 बजे अजय ने अपनी माता के सिर पर कुलहाड़ी से वार कर हत्या कर दी और घर में रखे कपड़े सहित घरेलू सामान में आग लगा दी।
आग लगाकर पुत्र अजय मौके से फरार हो गया। आग लगने के कारण सामान जल गया। राहगीरों द्वारा आग लगने की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस प्रशासन ने फायर बिग्रेड को मौके पर बुलाया और आग पर काबू पाया। बेटे के हमले में माया देवी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, हालांकि पुलिस प्रशासन को हत्या का कोई अंदेशा नहीं था। जिसके चलते मृतक माया देवी को नागरिक अस्पताल लाया गया। जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया और चोकाने वाला वाक्य जब हुआ जब डाक्टरों ने मृतक महिला की हत्या तेजदार हथियार से करार दी। माँ की हत्या के बाद अजय ने खुद भी जयपुर-चंडीगढ के बीच चलने वाली ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस मौके पर पहुची और शव को नागरिक अस्पताल लाया गया। जहां उसकी शिनाख्त रेलवे कालोनी वासी अजय के रूप में हुई।
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