कैथल (सच कहूँ/कुलदीप नैन)। वायु प्रदूषण (Air Pollution) ने कैथल वासियों को हताश कर दिया है। कैथल की जनता को अभी भी वायु प्रदूषण से राहत नहीं मिल पा रही है। दिवाली के बाद अब फिर से जिले का एक्युआई बढ़ रहा है। शुक्रवार सुबह जिले में एयर पॉल्यूशन का स्तर 302 दर्ज किया गया है। वायु प्रदूषण के कारण सुबह व शाम के समय आंखों में जलन हो रही है। दिवाली के पास बूंदाबादी से व उसके एक सप्ताह बाद फिर से राहत जरूर मिली थी, लेकिन अब फिर से एक्यूआई बढ़ने से लोगों को परेशानी होने लगी है। Kaithal News
अस्पतालो में रोजाना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। डॉक्टरों का मानना है कि प्रदूषण का स्तर काफी खराब श्रेणी में चल रहा है और इसमें प्रत्येक व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। खासकर जिनको सांस लेने में दिक्कत है तो ऐसे व्यक्ति जरूर अपना बचाव रखे। वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के लिए फसल अवशेष जलाने को ही मुख्य कारण माना जाता है लेकिन इसके अलावा भी बहुत से ऐसे कारण होते है जिनको दरकिनार नही किया जा सकता क्योंकि अब धान का सीजन लगभग निपट चुका है और गेहूं बिजाई का सीजन चल रहा है तो ऐसे में अब पराली जलनी भी बंध हो चुकी है। बावजूद इसके प्रदूषण का स्तर कम नही हो रहा।
पराली जलाने वालो पर सख्त रहा प्रशासन | Kaithal News
कैथल जिला प्रशासन ने इस बार फसल के अवेशषों में आग लगाने वाले किसानों पर कड़ी कारवाई की है। फसल अवशेषों में आग लगाने वाले किसानों पर सात लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है। पिछले कुछ दिनों से किसानों को गिरफ्तार करने के मामले भी सामने आए है। बता दे की जिले में अब तक 280 से 300 के करीब पराली जलाने के मामले सामने आ चुके है।
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