कैथल बार एसोसिएशन ने किया डीसी के खिलाफ सांकेतिक रोष प्रदर्शन
- वकीलों और डीसी के बीच बार परिसर में बंद पड़ी कैंटीन के स्थान को लेकर चली हुई है तकरार। Kaithal News
कैथल (सच कहूं/कुलदीप नैन)। Kaithal News: वीरवार को कैथल बार एसोसिएशन ने सामूहिक रूप से डीसी प्रशांत पंवार के खिलाफ सांकेतिक रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान वकीलों ने लघु सचिवालय में जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। बता दे कि पिछले कुछ समय से बार एसोसिएशन व डीसी के बीच बार परिसर में लंबे समय से बंद पड़ी कैंटीन के स्थान को लेकर तना तनी चली हुई है। वकीलों की ओर से कहा गया है कि ये कैंटीन डीसी ने सहमती देकर प्रयोग करने के लिए दी थी वहीँ डीसी प्रशांत पंवार का कहना है कि ऐसी कोई परमिशन उनकी तरफ से वकीलों को नहीं दी गयी। Kaithal News
वकीलों ने कहा कि डीसी प्रशांत पंवार तानाशाही कर रहे है। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान बलजिंद्र सिंह मलिक ने बताया कि आज रेवेन्यू का सांकेतिक बायकाट रहा है। अगर हमारी समस्या का समाधान नहीं निकलता तो आगे हम पुरे हरियाणा में भी ये करेगे और फिर भी कुछ एक्शन नहीं होता तो हम भूख हड़ताल पर बैठेगे। हमने डीसी से परमिशन मांगी थी कि कैंटीन के हाल का इस्तेमाल करना चाहते हैं, क्योंकि वहां वकीलों के बैठने के लिए स्थान की कमी है।
वकीलों ने यह भी कहा कि वे चाहें तो इस बारे में एफिडेविट ले लें कि जब वे चाहेंगे वकील कैंटीन का हाल खाली कर देंगे। प्रधान ने बताया कि इस पर डीसी ने मौखिक रूप से हां कर दी और एसोसिएशन ने कैंटीन की अच्छी तरह से साफ सफाई करवा कर वहां पर वकीलों के बैठने की व्यवस्था कर दी। इसके बाद 9 अप्रैल को अचानक तहसीलदार और नायब तहसीलदार पुलिस बल के साथ वहां आए और कैंटीन को ताला लगा कर चले गए।
किसी का अनादर नही किया : डीसी | Kaithal News
वहीँ इस मामले में कुछ दिन पहले डीसी प्रशांत पंवार ने बयान जारी करते हुए कहा था कि न्यायिक परिसर में जो लिटिगेंट हॉल की कैंटीन के हॉल पर कुछ अधिवक्ताओं ने अपना व्यक्तिगत कार्यालय बना लिया था। इसी बात को देखते हुए इस स्थान से कब्जा हटवा दिया गया था। इस बात को लेकर अधिवक्ताओं का एक शिष्ट मंडल 10 अप्रैल को मिलने आया था। उन सभी को कार्यालय में बुलाकर सम्मान सहित उनकी बात सुनी गई।
वार्तालाप करते हुए जैसे ही उनसे बताईए भाई क्या मसला है कहा तो भाई जैसे सम्मानजनक एवं आदरसूचक शब्द से उन्हें आपत्ति हुई। और संज्ञान में आया है कि इस बात को लेकर कुछ अधिवक्ताओं ने एतराज जताते हुए कहा है कि उनका अनादर किया गया है। किसी का अनादर नहीं किया गया और नियम अनुसार कार्रवाई की गई। Kaithal News
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