केयूके का 100 करोड़ यस बैंक में फंसने पर जजपा ने कुलपति को घेरा
कुरुक्षेत्र(सच कहूँ/देवीलाल बारना)। केयूके का 100 करोड़ रूपए यस बैंक में फंसने को लेकर जजपा कार्यकर्ताओं ने कुवि कुलपति को जमकर घेरा। इसको लेकर जजपा कार्यकर्ता युवा जिलाप्रधान जसविंद्र खैहरा के साथ कुलपति कार्यालय पहुंच गए। जसविंद्र खैहरा ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति कोरोना वायरस से भी ज्यादा खतरनाक हैं। वे तानाशाही रवैया अपनाकर अपने आसपास रहने वाले चहेतों को ही प्रमोट करने में लगे रहते हैं। विश्वविद्यालय परिसर में अपने दो बैंकों के होने के बावजूद भी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का 100 करोड़ रूपया येस बैंक जैसे डिफाल्टर हो चुके बैंक में क्यों जमा करवाया गया।
ऐसे तानाशाह और गैर जिम्मेदार कुलपति को तुरंत सस्पेंड करना चाहिए। इनसो-जजपा कार्यकर्ताओं ने कुलपति की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिह्न खड़ा किया। इससे पूर्व कुलपति द्वारा काफी देर तक जब उन्हें मिलने के लिए नहीं बुलाया गया तो युवाओं ने कुलपति कार्यालय के बाहर बैठकर नारेबाजी शुरू कर दी। जब कुलपति द्वारा इन सभी युवाओं की भीड़ में से केवल 2 लोगों को मिलने की अनुमति दी गई तो सभी युवाओं ने एकजुट होकर मिलने की मांग रखी। आखिर में सभी को बुलाया गया।
कोरोना वायरस से भी ज्यादा खतरनाक हैं केयूके के कुलपति: डॉ. खैहरा
डॉ. खैहरा ने कुलपति कार्यालय में मौजूद अधिकारियों की मौजूदगी में कुलपति से अपने चहेतों को प्रमोट करने, विश्वविद्यालय परिसर में 2 बैंक होने के बावजूद येस बैंक में 100 करोड़ रूपए जमा करवाने को लेकर प्रश्र पूछे और उन्हें तानाशाह रवैया अपनाने को लेकर सुनाई। पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ. जसविन्द्र खैहरा ने कहा कि भले ही इस समय विश्वभर में कोरोना वायरस का जो भय बना हुआ है।
कुुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में कुलपति के तानाशाही रवैये के चलते कुलपति कोरोना वायरस से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रहे हैं। न ही वे छात्रों और कर्मचारियों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करने दिलचस्पी लेते हैं बल्कि उनसे दूरी बनाना ही बेहतर मानते हैं। खैहरा ने कहा कि विश्वविद्यालय में कुलपति के पद के साथ-साथ कुलसचिव का भी अहम पद है परंतु कुलपति कभी भी कुलसचिव को आगे आने का मौका नहीं देते। वे अपने दो चार चहेते प्रोफेसर अधिकारियों को ही तव्वजो देते हैं। उनके अलावा उन्हें कोई और दिखाई ही नहीं देता।
राष्ट्रपति के संदर्भ में अशोभनीय टिप्पणी पर अधिकारी को सस्पैंड करने की मांग
उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के एक अधिकारी द्वारा महामहिम राष्ट्रपति के संदर्भ में अशोभनीय टिप्पणी करने के मामले में उक्त अधिकारी को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने की मांग की। डा. जसविन्द्र खैहरा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री से अपील की कि वे कुलपति को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर किसी योग्य एवं अनुभवी कुलपति की नियुक्ति करें। इस अवसर पर उनके साथ योगेश शर्मा, हर्ष शर्मा, सुनील कांबोज, धम्मू किरमच, रिकी नंदा, कुलदीप पुनिया व अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
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